
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी के प्रमुख विपिन शर्मा द्वारा संचालित ब्रज की रसोई आशियाना क्षेत्र में निराश्रित, गरीब, असहाय, अकिंचन और जरूरतमंदों को निःशुक्ल पोषक भोजन प्रदान कर रही है। यह केवल भोजन वितरण का अभियान नहीं, बल्कि जरूरतमंदों को सम्मान और सहारा देने की एक अनूठी पहल है।
संस्था के सदस्य संजय श्रीवास्तव का मानना है कि यह प्रयास आर्थिक रूप से कमजोर तबके को राहत देने का माध्यम है। दीपक भुटियानी के अनुसार, इस मुहिम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी व्यक्ति खाली पेट न सोए। दिव्यांशु राज इसे एक महान पुण्य बताते हैं, जबकि संजय सिंह का कहना है कि यह पहल कुपोषित बच्चों और बेसहारा लोगों के लिए किसी वरदान से कम नहीं।

मुकेश कनौजिया के अनुसार, भोजन की गुणवत्ता और संतुलन बेहद अहम हैं, और संस्था इस पर विशेष ध्यान देती है। गीता प्रजापति इसे निस्वार्थ सेवा की प्रेरणादायक मिसाल मानती हैं। निशांत सिंह बताते हैं कि यह अभियान लगातार विस्तार पा रहा है और समाज के विभिन्न वर्गों का सहयोग प्राप्त कर रहा है।

शनिवार के भोजन वितरण में 915 जरूरतमंदों को पौष्टिक अरहर दाल और जीरा चावल परोसा गया। यह भोजन रतन खंड पानी टंकी के पास स्थित झुग्गियों, निर्माणाधीन विद्यालयों के श्रमिकों और उनके परिवारों, जोन-8 की झुग्गियों और श्रमिक परिवारों तक पहुंचाया गया। इस नेक पहल में संजय श्रीवास्तव, दीपांशु आनंद, संजय सिंह, दीपक भुटियानी, नवल सिंह, निशांत सिंह, मुकेश कनौजिया, अशोक कुमार और गीता प्रजापति सहित कई समाजसेवियों ने योगदान दिया।

संस्था के संस्थापक विपिन शर्मा ने सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह अभियान सेवा, सद्भाव और मानवता की अद्भुत मिसाल है। ब्रज की रसोई यह संदेश देती है कि जब समाज एकजुट होकर प्रयास करता है, तो कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रह सकता।