
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी के संस्थापक विपिन शर्मा समाज के जरूरतमंदों की सेवा में सतत प्रयासरत हैं। इसी संकल्प को साकार करने के लिए उन्होंने ब्रज की रसोई की स्थापना की, जो आशियाना क्षेत्र में वर्षों से गरीबों को निःशुल्क भोजन उपलब्ध करा रही है।
सामाजिक कार्यकर्ता रामकुमार दोहरे के अनुसार, यह पहल भूखों को भोजन देने के साथ आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों की सहायता भी करती है। वहीं सदस्य दीपक भुटियानी ने बताया कि इसका उद्देश्य किसी को भूखा न सोने देना है। संस्था के वरिष्ठ सदस्य पंकज राय ने इसे सबसे बड़ा पुण्य कार्य बताते हुए कहा कि यह जरूरतमंदों में नई आशा जगाता है।
संस्था के सदस्य संजय सिंह ने बताया कि ब्रज की रसोई सैकड़ों गरीबों को पौष्टिक भोजन देती है, खासतौर पर कुपोषित बच्चों पर ध्यान दिया जाता है। आगे सदस्य आशीष श्रीवास्तव ने भोजन में पोषण व स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने की बात कही। इसी तरह संस्था की सदस्य गीता प्रजापति ने इसे निस्वार्थ समाज सेवा की प्रेरणादायी मिसाल बताया, जबकि निशांत सिंह ने कहा कि यह अभियान तेजी से फैल रहा है।

विकास पाण्डेय ने सक्षम लोगों से इस मुहिम में योगदान की अपील की।
संस्था के सक्रिय सदस्य संजय श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि आज के निःशुल्क भोजन वितरण कार्यक्रम में आलू मटर टमाटर की सब्जी और चावल का वितरण किया गया। यह भोजन रतन खंड पानी टंकी के पास स्थित झुग्गियों, निर्माणाधीन विद्यालय के श्रमिकों और उनके परिवारों, तथा जोन-8 के सामने की झुग्गियों में रहने वाले लोगों व उनके परिवारों को दिया गया। इस अभियान में करीब 890 लोगों को भोजन वितरित किया गया।

इस कार्यक्रम में पंकज राय, रामकुमार दोहरे संजय श्रीवास्तव, विकास पाण्डेय, संजय सिंह , दीपक भुटियानी, आशीष श्रीवास्तव, नवल सिंह निशांत सिंह, दीपांशु आनन्द, मुकेश कनौजिया, अशोक कुमार और गीता प्रजापति सहित कई समाजसेवियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इण्डियन हेल्पलाइन सोसाइटी के संस्थापक विपिन शर्मा ने सभी सहयोगियों के प्रति आभार व्यक्त किया और इस सेवा कार्य को आगे भी जारी रखने का संकल्प दोहराया।
ब्रज की रसोई लखनऊ में सामाजिक सद्भाव और मानवता का एक उज्ज्वल उदाहरण बन चुकी है। इस पहल ने यह सिद्ध कर दिया है कि यदि हर व्यक्ति थोड़ा-थोड़ा सहयोग करे, तो कोई भी भूखा नहीं रहेगा।