अशाेक यादव, लखनऊ। ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत मंत्री श्रीकांत शर्मा ने सोमवार को ऊर्जा संरक्षण दिवस पर यूपीनेडा मुख्यालय पर लगाये गए 40 किलोवॉट के रूफटॉप सौर ऊर्जा प्लांट, ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए ‘यूपी सेव्स एनर्जी वेबसाइट’ व ‘मोबाइल ऐप’ का लोकार्पण किया।
उन्होंने कहा कि पीक आवर्स में बिजली की मांग 682 मेगावाट तक कम हुई है। इस मौके पर ऊर्जा संरक्षण को लेकर प्रदेश भर में कराई गई प्रतियोगिताओं के तहत पुरस्कृत छात्र-छात्राओं को बधाई दी। वाणिज्यिक व औद्योगिक इकाइयों को दिए जाने वाले पुरस्कारों की घोषणा भी की।
उन्होंने बताया कि उजाला योजना के तहत प्रदेश में अब तक 2.62 करोड़ एलईडी बल्ब बांटे गए हैं। इससे सालाना 3407 मिलियन यूनिट बिजली और 1363 करोड़ रुपये की बचत हो रही है। 2.76 मिलियन टन कार्बन का उत्सर्जन में भी कमी की है।
एलईडी स्ट्रीट लाइट, बल्ब, स्टार रेटेड उपकरणों के उयोग से ही अब तक पीक डिमांड में 3413 मेगावाट की कमी दर्ज की गई है। पैट योजना के तहत 25 उद्योगों ने अब तक 8066 मिलियन यूनिट बिजली की बचत की है। उन्होंने निर्देश दिए कि यूपीनेडा ऊर्जा संरक्षण को लेकर किए जा रहे प्रयासों को प्रदेश के सभी विद्यालयों तक ले जाएं।
उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में 12 लाख निजी नलकूप लगे हैं। जिन्हें हम एनर्जी दक्ष पम्पों में बदलने का काम कर रहे हैं। इससे करीब 400 करोड़ यूनिट ऊर्जा की बचत होगी। प्रथम चरण में 9000 पम्प बदलने का काम चल रहा है।
अयोध्या, मथुरा, वाराणसी, प्रयागराज और गोरखपुर को क्लीन एवं ग्रीन एनर्जी के तहत मॉडल टाउन बनाने के निर्देश दिए हैं। चरणबद्ध तरीके से 2024 तक इन शहरों को सौर ऊर्जा उत्पादन में दक्ष बनाकर सोलर सिटी के रूप में विकसित करने जा रहे हैं।
इनमें घरों की छतों से 669 मेगावाट ऊर्जा का उत्पादन होगा। इसके तहत तय किए गए लक्ष्य के लिए केंद्र सरकार द्वारा 859 करोड़ व राज्य सरकार द्वारा 473 करोड़ रुपये का अनुदान भी उपभोक्ताओं को दिया जाएगा।