अशाेेेक यादव, लखनऊ। भारत ने आज कहा कि उसने नेपाल के नये मानचित्र में उत्तराखंड के कालापानी, धारचूला एवं लिपुलेख शामिल किये जाने को लेकर नेपाल सरकार के समक्ष अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है और आशा व्यक्त की कि नेपाल दोनों देशों के सांस्कृतिक एवं मैत्रीपूर्ण संबंधों का ख्याल रखते हुए अपना रुख तय करेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने यहां नियमित ब्रीफिंग में नेपाल को लेकर सवालों के जवाब में कहा, “हम इन मुद्दों पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं।” उन्होंने कहा कि भारत नेपाल के साथ अपने सभ्यतागत, सांस्कृतिक एवं मैत्रीपूर्ण संबंधों को अत्यधिक महत्व देता है। हमारी बहुआयामी द्विपक्षीय साझेदारी हाल के वर्षों में बढ़ी है और वैविध्यपूर्ण हुई है।
भारत सरकार ने नेपाल को मानवीय मदद के साथ साथ विकास एवं कनेक्टिविटी परियोजनाओं में सहायता बढ़ायी है। प्रवक्ता ने कहा कि भारत ने नेपाल सहित सभी मित्रवत पड़ोसी देशों के साथ मिल कर कोविड-19 से निपटने को लेकर क्षेत्र में साझा रणनीति बनाने की पहल की है।
भारत नेपाल को सभी तरह की तकनीकी, मेडिकल एवं मानवीय सहायता प्रदान की है। हमने 25 टन मेडिकल सहायता पहुंचायी है जिसमें पैरासीटामॉल और हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्वीन, टेस्ट किट्स एवं अन्य सामग्री शामिल हैं।
श्रीवास्तव ने कहा कि भारत सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि दोनों देशाें में लॉकडाउन के कारण नेपाल में व्यापार एवं आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति किसी प्रकार से बाधित नहीं हो। भारत ने विदेशों में फंसे नेपाली नागरिकों को मानवीय आधार पर वापस लाने में भी सहायता दी है।