अशाेेेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक एच सी अवस्थी ने राज्य में अपराध एवं अपराधियों पर और अधिक प्रभावी अंकुश लगाने के उद्देश्य से मुख्यालय स्तर पर ‘अपराध कार्य प्रणाली ब्यूरो’ का गठन किया गया है। पुलिस प्रवक्ता ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यह ब्यूरो राज्य में घटित होने वाले गम्भीर एवं सनसनीखेज अपराधों को करने के तरीकों का प्रभावी रूप से विशलेषण करते हुए भविष्य में होने वाले अपराधों की रोकथाम तथा उनके सफल अनावरण में सहयोग प्रदान करने के लिए पुलिस अधीक्षक, राज्य अपराध अभिलेख ब्यूरो, नियंत्रण में कार्य करेगा जिसके कार्यो का पर्यवेक्षण अपर पुलिस महानिदेशक तकनीकी सेवायें द्वारा किया जायेगा।
पुलिस महानिदेशक ने बताया कि यह अपराध कार्य प्रणाली ब्यूरो विशेष रूप से गम्भीर व सनसनीखेज हत्या एवं भाड़े पर हत्या, डकैती, दो पहिया वाहन से लूट, बैंक व अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों में डकैती एवं लूट, एटीएम मशीन को छति पहुंचाकर चोरी, गृहभेदन, घरों में चोरी, गोवध व गो-तस्कार, मूर्ति चोरी, माफिया गिरोह, मानव तस्करी, मादक पदार्थों की तस्करी, अवैध शस्त्रों की तस्करी, टप्पेबाजी, जाली मुद्रा के प्रचलन, चोरी लूट का माल खरीदने वाले, वाहन चोरी, जालसाजी व गबन, फिरोती के लिए अपहरण, जहरखुरानी, रेलवे के अपराध कारित करने वाले अपराधियों का सम्पूर्ण विवरण, उनके कार्यप्रणाली के आधार पर वर्गीकृत करते हुए उनका अभिलेखीयकरण किया जायेगा।
प्रवक्ता के अनुसार यह विभिन्न अपराध शीर्षकों के तहत अपराधियों का विवरण डोजियर के रूप में संकलित किया जायेगा। जिन अपराधियों के विरूद्ध दो या उससे अधिक अभियोगों में न्यायालय द्वारा विचारण के उपरान्त दोषसिद्ध हो गया हो, उसे अभ्यस्त अपराधी की श्रेणी में रखा जायेगा।
उपरोक्त अपराध शीर्षकों में सूचनायें जिला/इकाईयों में कार्यरत डीसीआरबी के माध्यम से संकलित की जायेगी। इस के सम्बन्ध में जिलों में कार्यशाला का आयोजन कर दिये गये बिन्दुओं/निर्देशों को जिले के पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों को भी अवगत कराना सुनिश्चित किया जाये।