
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, झांसी : बौद्ध समाज एवं बहुजन महापुरुषों के सम्मान में 9वां राष्ट्रीय बौद्ध महासम्मेलन मुक्ता काशी मंच, मेला ग्राउंड किला, झांसी में भव्य रूप से आयोजित किया गया इस ऐतिहासिक महासम्मेलन में लाखों की संख्या में बौद्ध अनुयायी एवं सामाजिक कार्यकर्ताओ ने भाग लिया
मुख्य अतिथि एवं वक्ता इस महासम्मेलन में डॉ. भीमराव यशवंतराव अंबेडकर (राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष, समता सैनिक दल), डॉ. हरीश रावालिया (ट्रस्टी चेयरमैन), आदरणीय सुमन जांजोलो (निगरानी ट्रस्टी चेयरमैन) सहित कई प्रमुख राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय वक्ता एवं सामाजिक कार्यकर्ताओ ने भाग लिया !
इस महासम्मेलन के बारे में बात करते हुए राष्ट्रीय संयोजक भंते सुमित रतन थेरा ने कहा, बुंदेलखंड के 15 जिलों के हजारों गांवों में हमारी टीम ने महासम्मेलन का संदेश पहुचायां है यह केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन की क्रांति है। बुद्ध भिक्षु सुमित रतन ने बताया कि बुंदेलखंड की ऐतिहासिक धरती पर बुद्ध भिक्षु महोत्सव स्वतंत्र भारत में बुंदेलखंड का अब तक का सबसे बड़ा बुद्ध महासम्मेलन है ! उन्होंने बताया कि उनकी टीम और समान विचारधारा वाले संगठनों ने अब तक 8 बड़े बुद्ध सम्मेलनों का आयोजन किया है और 9वां सम्मेलन झांसी में हुआ है
इस कार्यक्रम में 7-8 देशों से बुद्ध भिक्षुओं को आमंत्रित किया गया, साथ ही वरिष्ठ आईएएस, पीसीएस अधिकारी, न्यायाधीश, डॉक्टर, इंजीनियर, नेता, अभिनेता, संन्यासी, व्यापारी और बुद्ध, फुले, साहू व अंबेडकर की विचारधारा में विश्वास रखने वाले गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए । बुद्ध महोत्सव को लेकर पूरे बुंदेलखंड में उत्साह है। सुमित रतन ने बताया कि उन्होंने स्वयं 18 जिलों का दौरा किया , कार्यक्रम के लिए कार्यालय स्थापित किए गए हैं, संगठनों की टीमें सक्रिय हुई और 1 लाख निमंत्रण कार्ड इस कार्यक्रम में 7-8 देशों से बुद्ध भिक्षुओं को आमंत्रित किया गया था, साथ ही वरिष्ठ आईएएस, पीसीएस अधिकारी, न्यायाधीश, डॉक्टर, इंजीनियर, नेता, अभिनेता, संन्यासी, व्यापारी और बुद्ध, फुले, साहू व अंबेडकर की विचारधारा में विश्वास रखने वाले गणमान्य व्यक्ति भी शामिल हुए । वरिष्ठ पत्रकारों को भी आमंत्रित किया गया है
बुद्ध महोत्सव को लेकर पूरे बुंदेलखंड में काफी उत्साह देखने को मिला, सुमित रतन ने बताया कि उन्होंने स्वयं 18 जिलों का दौरा किया, कार्यक्रम के लिए कार्यालय स्थापित किए गए हैं, संगठनों की टीमें सक्रिय हुई और 1 लाख निमंत्रण कार्ड छापे गए , ग्रामीण क्षेत्रों में इस आयोजन को लेकर अपार उत्साह देखा गया
भीमराव यशवंतराव अंबेडकर (कार्यकारी अध्यक्ष, बुद्ध सोसाइटी ऑफ इंडिया) ने अपने संदेश में कहा –उत्तर प्रदेश के झांसी में ‘नव राष्ट्रीय बौद्ध महासम्मेलन’ हमारे महान महापुरुषों की विचारधाराओं पर आधारित है भगवान गौतम बुद्ध, सम्राट अशोक, और डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर के विचारों का इसमें विशेष रूप से उल्लेख किया गया. हमारी एकता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है, और इस महासम्मेलन के माध्यम से बौद्ध परंपरा को एक नई दिशा देने का प्रयास गर्व की बात है
इस महासम्मेलन में समता सैनिक दल, बौद्ध महासभा, विभिन्न सामाजिक संगठनों और बुद्ध धर्मअनुयायियों का सहयोग रहा सभी बौद्ध अनुयायी, सामाजिक न्याय में विश्वास रखने वाले, शिक्षक, छात्र, कार्यकर्ता, महिलाएं एवं युवा इस महासम्मेलन में सपरिवार आमंत्रित रहे, इस कार्यक्रम में गिरीश वानखेड़े जी की उपस्थिति भी उल्लेखनीय रही है , जो की जाने माने फिल्म समीक्षक है और जिनकी लोकप्रिय पब्लिक रिलेशन एजेंसी है, जिन्होंने इस कार्यक्रम को बखूबी संभाला ,वह भीमराव यशवंतराव अंबेडकर और प्रवीण निखाड़े के साथ मुंबई से खास इस महासम्मेलन के लिए पहुंचे है