सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (यूपीएसटीडीसी) ने गंगा जमुनी फाउंडेशन के साथ कल एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किया गया। यह फाउंडेशन ऐतिहासिक धरोहरों पर आधारित वॉक आयोजित करने के लिए प्रसिद्ध है। इस समझौते के तहत, प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ-2025 के दौरान हेरिटेज वॉक का आयोजन किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य करोड़ों आगंतुकों के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक अनुभव को समृद्ध करना है। साथ ही, प्रयागराज की समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करना है। यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने दी।
उन्होंने बताया, एमओयू की शर्तों के तहत यूपीएसटीडीसी और गंगा जमुनी फाउंडेशन मिलकर शोध-आधारित और आकर्षक हेरिटेज वॉक डिजाइन करेंगे। यह वॉक प्रयागराज के प्रमुख ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक स्थलों, जैसे- संगम, इलाहाबाद किला, अक्षयवट और आनंद भवन आदि के महत्व को बताएगा। इस वॉक के माध्यम से पर्यटकों को शहर की गहरी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक जड़ों से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा।
उप्र के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, ’गंगा जमुनी फाउंडेशन हेरिटेज वॉक के लिए विस्तृत कार्यक्रम तैयार करेगा। तथ्यपरक और रोचक कहानियों के लिए गाइड्स को प्रशिक्षित किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए बहुभाषी गाइड्स भी उपलब्ध कराए जाएंगे। फाउंडेशन बुकिंग, टिकटिंग और शेड्यूलिंग का प्रबंधन करेगा, ताकि प्रतिभागियों को एक सुखद अनुभव प्राप्त हो। आयोजन के दौरान सुरक्षा, सुविधा और यूपी पर्यटन द्वारा जारी पर्यावरणीय और भीड़ नियंत्रण दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित किया जाएगा’।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि यूपीएसटीडीसी इन यात्राओं को अपने आधिकारिक संचार माध्यमों, जैसे- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और यूपी पर्यटन की वेबसाइटों के माध्यम से प्रचारित-प्रसारित करेगा। बुकिंग की सुविधा गंगा जमुनी फाउंडेशन की वेबसाइट से जोड़ी जाएगी। यह सहयोग महाकुंभ मेला के दौरान यूपीएसटीडीसी और उत्तर प्रदेश पर्यटन के आधिकारिक भागीदार के रूप में गंगा जमुनी फाउंडेशन के लिए ब्रांडिंग के अवसर भी प्रदान करेगा।
जयवीर सिंह ने बताया कि यूपीएसटीडीसी आवश्यक अनुमतियों और मंजूरी की सुविधा प्रदान करेगा। साथ ही, नामित मार्ग, सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन और धरोहर स्थलों तक पहुंच जैसी सुविधाएं प्रदान करेगा। मेले के दौरान आगंतुकों को जानकारी और बुकिंग में सहायता देने के लिए एक स्टॉल/बूथ भी स्थापित किया जाएगा।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम (यूपीएसटीडीसी) और गंगा जमुनी फाउंडेशन के बीच यह सहयोग उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और महाकुंभ-2025 के दौरान पर्यटकों के अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।