सूर्योदय भारत समाचार सेवा : उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक शोभन चौधुरी ने उत्तर रेलवे के प्रमुख विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों के साथ उत्तर रेलवे की कार्य प्रगति की समीक्षा की । बैठक में रेलों पर संरक्षा को प्राथमिकता दिए जाने पर बल दिया गया । उन्होंने इसके लिए रेलपथों, चलस्टॉक, सिगनल और बिजली के ओवरहैड तारों के अनुरक्षण को उच्च वरीयता दी जानी चाहिए ।
चौधुरी ने विभागों से रेल कर्मचारियों के लिए नियमित रूप से प्रशिक्षण एवं पुनश्चर्या पाठयक्रम आयोजित करने का परामर्श दिया ताकि उन्हें जागरूक बनाए रखा जा सके और रेल प्रणाली में मानवीय त्रुटियों को कम किया जा सके। सर्दियों के मौसम में घने कोहरे से उत्तरी क्षेत्र में रेल परिचालन बहुत कठिन हो जाता है । उन्होंने सभी मंडलों को रेल लाइनों की रात्रिकालीन गश्त बढ़ाने तथा सिगनल प्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाने के निर्देश दिए । महाप्रबंधक ने रेल पटरियों में आने वाली दरारों उपकरणों की विफलता, पॉइंट और क्रॉसिंग का अनुरक्षण, शंटिंग, कार्यस्थल पर सुरक्षा बढ़ाने तथा सिगनलों, रेल दरारों और रेल वेल्डों की व्यापक रूप से निगरानी के निर्देश दिये ।
उन्होंने, जहां भी आवश्यक है, वहां पेड़ों की छँटाई के लिए वन विभाग से अनुमोदन लेने की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए ताकि उनसे रेल पटरियों अथवा ओएचई तारों को कोई क्षति न पहुँचे।
उन्होंने रेलपथों पर विद्युत संरक्षा के साथ-साथ रेलगाडि़यों के निर्बाध परिचालन के लिए रिले और पैनल रूमों की संरक्षा पर भी ध्यान केन्द्रित करने के निर्देश दिए । उन्होंने रेल परिचालन में मानवीय त्रुटियों को कम करने पर जोर दिया । उन्होंने विभागाध्यक्षों और मंडल रेल प्रबंधकों को समयपालनबद्धता को बनाये रखने और माल लदान व संरक्षा को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए ।
उत्तर रेलवे अपने उपयोगकर्ताओं को सुरक्षित, सुगम और बेहतर सेवाएं देने के लिए प्रतिबद्ध है ।