अशाेक यादव, लखनऊ। भगवान भोलेनाथ की नगरी काशी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच अब काशी के संत शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने एक बड़ा ऐलान कर सभी को चौंका दिया है। जगतगुरु शंकराचार्य ने अपने शिष्यों को ज्ञानवापी मस्जिद में मिले कथित शिवलिंग का पूजन करने का निर्देश दिया है।
साथ ही उन्होंने कहा है कि कथित शिवलिंग का 4 जून को जलाभिषेक किया जाएगा। जानकारी के अनुसार शंकराचार्य प्रतिनिधि अविमुक्तेश्वरानंद की अगुवाई में संत जलाभिषेक करेंगे। हालांकि इस ऐलान के होते ही जिला प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
संत शकंराचार्य के इस ऐलान के बाद प्रशासन और पुलिस के अधिकारी सतर्क हो गए हैं। और शहर में कानून व्यवस्था बढ़ा दी गई है। इसके साथ ही परिसर की सुरक्षा भी चाक चौबंद कर दी गई है।
वहीं इससे पहले मामले की सुनवाई के लिए कोर्ट ने अगली तारीख 4 जुलाई की तय कर दी है। अदालतों में 1 जून से गर्मी की छुट्टियां होने के चलते ये निर्णय लिया गया था। पिछले सोमवार को हुई सुनवाई के बाद दोनों पक्षों को सीलबंद लिफाफों में सर्वे के दौरान मस्जिद परिसर की वीडियोग्राफी की सीडी भी दी गई थी।
हालांकि बाद में ये वीडियो लीक हो गया था और इस पर एक और विवाद खड़ा हो गया था। उसी शाम को हिंदू पक्ष ने अपने सीलबंद लिफाफे दिखाने के बाद कहा था कि वीडियो कहां से लीक किया गया इसकी जांच की जानी चाहिए।
इसके साथ ही हिंदू पक्ष ने वीडियो लीक होने के मामले में कहा था की वीडियो जिस दिन कोर्ट से दोनों पक्षों को सीलबंद लिफाफे में मिला उसी दिन टीवी पर लीक हो गया था। ऐसे में इस मामले की जांच होनी चाहिए। साथ ही हिंदू पक्ष ने कहा कि इस मामले के खिलाफ वो कोर्ट में शिकायत भी करेंगे। इसको लेकर मामले ने तूल पकड़ ली थी।