राहुल गांधी 7 से करेंगे 3570 किमी की भारत जोड़ो पद यात्रा
अनुपूरक न्यूज एजेंसी, लखनऊ।भारत ‘ समाजवाद ‘ है । भारत समान अवसर है । भारत ‘ हर हाथ को काम हर भूखे पेट को भोजन ‘ है । भारत ‘ किसान – मजदूर की शान है । भारत वंचितों – शोषितों ‘ के लिए नए रास्ते खोलने का अभिमान है । भारत ‘ सहिष्णुता व सद्भाव ‘ है । भारत एक गौरवशाली ‘ सामाजिक व सांस्कृतिक विरासत है । भारत धर्म के आचरण की आजादी ‘ है । भारत ‘ विविधता में एकता ‘ है । आजाद भारत ने रूढ़ियों की बेड़ियों का बबूल नहीं बोया था , उसने विभिन्न धर्मों , खान – पान , पहनावे , भाषा – बोली के बहुलतावाद का बाग लगाया था । मगर पिछले 8 सालों से सत्ता के स्वार्थों के लिए भारत को हर स्तर पर तोड़ा जा रहा है और देश की संपत्ति व संसाधनों का रुख मुट्ठीभर अमीर मित्रों की ओर मोड़ा जा रहा है । को तोड़कर जड़ता कमरतोड़ महंगाई ने हर घर का बजट बिगाड़ दिया है । रोजमर्रा की जरूरत की वस्तुएं खरीदना भी अब नामुमकिन हो गया है । युवाओं के वर्तमान व भविष्य को धूमिल कर बेरोजगारी राक्षसी रूप ले चुकी है ।
भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के सांसद व महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आज लखनऊ में प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि अमीर और अमीर तथा नौकरीपेशा – मध्यमवर्ग और गरीब और ज्यादा गरीब हो रहे हैं तथा अमीर और गरीब के बीच की खाई विक्राल रूप ले चुकी है । आज फिर महात्मा गांधी के जन आंदोलन को दोबारा खड़ा करने की जरूरत है । इसीलिए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने राहुल गांधी के नेतृत्व में एक नारा बुलंद किया है – ” भारत जोड़ो ‘ का , जो प्रजातंत्र की गगनचुंबी ऊँचाइयों पर पहुंचेगा और तोड़ने की संस्कृति की तपती धूप में जोड़ने की मनोवृत्ति की शीतल छाया प्रदान करेगा । कश्मीर से कन्याकुमारी तक 7 सितंबर , 2022 से 3570 किलोमीटर की ‘ भारत जोड़ो ‘ पदयात्रा लगभग हर प्रांत व केंद्रशासित प्रदेश से गुजरेगी , जो हर भारतवासी के लिए ‘ न्याय की हुंकार ‘ होगी । आईये जानते हैं कि भाजपाई सत्ता का स्वार्थ देश को किस – किस तरह और कहाँ – कहाँ तोड़ रहा है ।
बेरोजगारी से नाता तोड़ो- भारत जोड़ो :रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि 45 वर्षों की भीषणतम बेरोजगारी देश में परोस दी गई है । आज भी देश में बेरोजगारी की दर 8.1 % को पार कर रही है । जनवरी से अप्रैल की ‘ सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनॉमी ‘ ( CMIE ) की रिपोर्ट बताती है कि 15 से 19 साल के युवाओं में बेरोजगारी दर 74.84 % है , 20 से 24 साल के युवाओं में बेरोजगारी दर 48 % है और 25 से 29 साल के युवाओं में बेरोजगारी दर 15.55 % है । महिलाओं के लिए तो बेरोजगारी और गंभीर स्वरूप लिए हुए है , 15 से 19 साल 94.50 % , 20 से 24 साल 79.53 % , 25 से 29 साल 48.77 % । भाजपा और बेरोजगारी ‘ हमसाया ‘ हैं । भाजपा – निर्मित बेरोजगारी तोड़ो , भारत जोड़ो ।
उद्योग मंद , व्यापार बंद का द्वंद तोड़ो- भारत जोड़ो: रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा भारत की रीढ़ की हड्डी , यानि सूक्ष्म – लघु व मध्यम श्रेणी के उद्योगों को तोड़ा गया । RBI ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि नोटबंदी और गलत तरीके से जीएसटी लागू करने से देश के MSME को गहरा झटका लगा । MSME का जीडीपी में हिस्सा 30 % है , मैन्युफैक्चरिंग आउटपुट में हिस्सा 45 प्रतिशत और एक्सपोर्ट में MSME की हिस्सेदारी 40 % है । एक अनुमान के अनुसार देश की 60 लाख MSME फैक्ट्रियां हमेशा के लिए बंद हो गईं । करोड़ों रोजगार भी चले गए ।
अमीर – गरीब की खाई तोड़ो- भारत जोड़ो: महामारी की विभीषिका में 84 प्रतिशत भारतीय घरों की आय कम हो गई , देनदारी बढ़ गई , और दूसरी ओर 142 सबसे अमीर भारतीयों की आय ₹ 30,00,000 करोड़ बढ़ गई ( मार्च 2020 में ₹ 23 लाख करोड़ से बढ़कर नवंबर 2021 में ₹ 53 लाख करोड़ ) ।उन्होंने कहा कि गुजरात के मोदी जी के एक चहेते मित्र तो अब देखते – देखते दुनिया के तीसरे सबसे अमीर आदमी हो गए । उनकी आय तो 1000 करोड़ रु . प्रतिदिन तक बढ़ी । इसके विपरीत ‘ ग्लोबल हंगर इंडेक्स रिपोर्ट ‘ ने बताया कि भारत में भुखमरी के हालात ये हैं कि देश 101 वें पायदान पर पहुंच गया है । हम पाकिस्तान , नेपाल और बांग्लादेश से पिछड़ गए हैं , 116 देशों की लिस्ट में हमारा दिसंबर 2021 में आई ” विश्व असमानता रिपोर्ट ” का खुलासा और चौंकाने वाला है । इस रिपोर्ट के मुताबिक देश में 10 % धन्ना सेठों के पास देश की कुल आय की 57 % कमाई है । पर निम्र व मध्यम वर्ग की 50 % आबादी के पास देश की कुल आय की केवल 13 % कमाई है । यानि अमीर और अमीर तथा गरीब और गरीब।
संसाधनों की लूट से नाता तोड़ो भारत जोड़ो: रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा देश के लोग अब कहने लगे हैं- ‘ बढ़ रही असमानता की खाई , बैंक का माल लूट ले गए सत्ता के घरजमाई ‘ । मोदी सरकार की सत्ता की सरपरस्ती में ₹ 5,35,000 करोड़ के बैंक फ्रॉड हुए और नियोजित रूप से विजय माल्या , नीरव मोदी , मेहुल चोकसी , ललित मोदी और संदेसरा बंधु जैसे कई लोगों को देश से भगा दिया गया । यही नहीं , मोदी सरकार के 8 साल में बैंकों का ₹ 12,06,616 करोड़ का कर्ज भी ” राईट ऑफ ” कर दिया । निम्नलिखित चार्ट देखें :
किसानों की घटती आमदनी खेती की बढ़ती लागत का रुख मोड़ो – भारत जोड़ो: रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा हाल ही में मोदी सरकार के NSO की रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि देश में किसानों की औसत आमदनी प्रतिदिन मात्र ₹ 27 रह गई है , जो मनरेगा मजदूरी से भी कम है । NSO की रिपोर्ट में यह भी चौंकानेवाला तथ्य सामने आया कि देश के हर किसान पर औसत कर्ज ₹ 74,000 है । दोगुनी आय करना तो दूर , किसान की आय दसियों गुना कम कर दी गई । एक तरफ किसान कर्ज में डूबा है , दूसरी ओर भाजपा सरकार किसान कर्जमाफी से इंकार कर मुँह मोड़ रही है । दूसरी ओर डीज़ल की कीमतें आसमान को छू रही हैं । डीजल की कीमत साल 2014 में ₹ 56 / लीटर से बढ़ ₹ 89.76 / लीटर हो गई । डीएपी खाद की कीमत ₹ 1350 / बैग हो गई , यूरिया खाद के कट्टे से तो 5 किलो खाद ही चुरा लिया । पहली बार खेती पर टैक्स लगाया – खाद पर 5 प्रतिशत जीएसटी , कीटनाशक दवाईयों पर 18 प्रतिशत जीएसटी , ट्रैक्टर व खेती के उपकरणों पर 12 प्रतिशत जीएसटी । अकेले कृषि उत्पादों की कीमत बढ़ा ₹ 25,000 प्रति हेक्टेयर का बोझ डाल दिया गया ।
महँगाई युक्त सत्ता से मुंह मोड़ो- भारत जोड़ो:रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा मोदी सरकार जब से सत्ता में आई हैं , देश के नागरिकों की महँगाई से कमर तोड़ दी गई । सत्ता में आने से पहले जो गैस का सिलेंडर 410 रु . का था , वह आज बढ़कर ₹ 1090 हो गया है । पेट्रोल की कीमत ₹ 70 / लीटर से बढ़कर ₹ 96.57 / लीटर हो गई है । खाने का तेल ₹ 200 पार हो गया और दालें ₹ 80 / किलो पार हो गईं ।इतना ही नहीं , बीते दिनों जीएसटी की बर्बर महँगाई की मार से दही , पनीर , लस्सी , आटा , सूखा सोयाबीन , मटर व मुरमुरे भी बच नहीं सके , उस पर भी 5 फीसदी जीएसटी लगा दिया गया । होटल के 1000 रु . के कमरे पर 12 प्रतिशत जीएसटी अस्पताल के आईसीयू बेड पर 5 % जीएसटी इतना ही नहीं जीने के लिए सभी आवश्यक चीजों पर जीएसटी लगा कर चैन नहीं मिला तो मरणोपरांत श्मशानघाट निर्माण पर भी जीएसटी बढ़ा दिया गया है ।
आत्महत्या के दंश को तोड़ो – भारत जोड़ो: रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा बीते 8 वर्षों में भारत के नागरिकों के मनोबल को तोड़ा गया है । उन्हें आर्थिक और सामाजिक रूप से प्रताड़ित किया गया है । हाल ही में आई केंद्रीय गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार , सिर्फ साल 2021 में कुल 1,64,033 लोगों ने दुखद आत्महत्याएं की हैं , जिसमें सबसे बड़ी संख्या रोज आजीविका चलाने वाले मजदूरों है , जो 42,004 है । कमाकर की इतना ही नहीं 23,179 गृहणियाँ , 13,714 बेरोजगार , 13,089 छात्र भी आत्महत्या को मजबूर हुए हैं । साथ ही 10,881 किसान भी आत्महत्या को मजबूर हुए हैं ।
चीन ! भारत की सीमा को छोड़ो – भारत जोड़ो: भारत की अक्षुण्णता और भूभागीय अखंडता को भी तोड़ा जा रहा है । चीन लद्दाख से लेकर अरुणाचल प्रदेश तक भारत की सीमा में न सिर्फ घुस रहा है , बल्कि परमानेंट मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ – साथ पूरी रहवासी कॉलोनी तक बना रहा है और सत्ताधीश आँख मूंदकर बैठे हुए हैं । इतना ही नहीं , सरहदों के साथ – साथ चीन को व्यापार की हदें भी पार करा दी गई हैं । आजाद भारत के इतिहास में चीन से 100 बिलियन डॉलर का सबसे अधिक इंपोर्ट कर भारत के MSME को तबाह किया जा रहा है ।
सांप्रदायिक विद्वेष से नाता तोड़ो – भारत जोड़ो: रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा उपरोक्त सभी नाकामियों पर पर्दा डालकर सत्ता हासिल करने के लिए देश को जाति , धर्म , भाषा , प्रांत , पहनावे और खान – पान के आधार पर तोड़ा जा रहा है । केवल हिंदू मुसलमान या हिंदू – ईसाई या हिंदू – सिख का विभाजन करवा , नफरत फैला , दंगे करवा , झगड़ा करवा वोट बटोरने की राजनीति की जा रही है । पूरे देश को धार्मिक ध्रुवीकरण के अंधियारे में झोंक दिया गया है । देश को फिर तरक्की , बढ़ोत्तरी व भाईचारे के रास्ते पर ले जाने की आवश्यकता है । हम समूचे देश से आग्रह करते हैं कि भारत के गौरवशाली अतीत को स्वर्णिम भविष्य में बदलने के लिए हम सब कदम से कदम मिलाकर भारत को जोड़ने का संकल्प लें और भारत जोड़ो यात्रा में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें ।