अशोक यादव, लखनऊ। कोरोना महामारी से जूझ रहे देश के साथ कांग्रेस पार्टी मजबूती से खड़ी है। लाॅकडाउन से प्रभावित गरीब व जरूरतमंद को भोजन और राशन उपलब्ध कराने के लिए पार्टी की ओर से हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।
पार्टी के नेता और कार्यकर्ता लोगों को उनके घ पर पहुंच कर मदद पहुंचा रहे हैं। यह जानकारी सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने मीडिया में एक पत्र जारी कर दी है।
लल्लू ने बताया कि कांग्रेस की तरफ से पूरे देश में हेल्प लाइन नम्बरों पर राशन, दवा, खाने का पैकेट इत्यादि की मांग पर उन्हें उक्त वस्तुएं पहुॅंचायी जा रही हैं।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कई उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में हमारे कार्यकर्ताओं को पुलिस प्रताडि.त कर रही है। मदद के लिए कार्यकर्ताओं को पुलिस परेशान कर रही है। अजय कुमार लल्लू ने सिलसिलेवार ऐसी घटनाओं का विवरण भी दिया है।
अजय कुमार लल्लू के अनुसार 11 अप्रैल को कोरोना प्रभावित लोगों के लिए राहत सामग्री लेकर जा रहे कांग्रेस के प्रदेश सचिव सचिन चौधरी को पुलिस ने जेल भेज दिया है। हमारी मांग है कि सचिन को तत्काल रिहा किया जाए।
इसी तरह गोरखपुर में कांग्रेस जिला अध्यक्ष को बार-बार प्रताड़ित किया गया। तीन अप्रैल को जगदीशपुर चौकी के सिपाहियों ने हमारी जिलाध्यक्ष निर्मला पासवान की गाड़ी की हवा निकाल दी। 10 अप्रैल को गोरखनाथ थानाध्यक्ष ने जिलाध्यक्ष के आवास पर जाकर दबाव बनाने का प्रयास किया।
10 अप्रैल को बलिया शहर कोतवाल विपिन सिंह एवं एसडीएम ने जिला काॅग्रेस कार्यालय जाकर वहाॅं चल रही साझी रसोई को बन्द करवा दिया।
साथ ही मौके पर मौजूद पार्टी पदाधिकारियों के साथ बदसलूकी की। 10 अप्रैल को ही चन्दौली जनपद के मुगलसराय सदर कोतवाल गोपालदास गुप्ता ने चंदौली शहर अध्यक्ष की गाड़ी का चालान कर दिया।
11 अप्रैल को मुगल सराय थानाध्यक्ष शिवानन्द मिश्रा ने कांग्रेस कार्यकर्ता दशरथ चौहान को बेवजह थाने में बैठाए रखा।
9 अप्रैल को मऊ में एक कांग्रेस कार्यकर्ता की मृत्यु होने पर विष्णु प्रकाश कुशवाहा को उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पास नहीं दिया। थानाध्यक्ष ने अनाज वितरण करने से भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को रोका और जिला प्रशासन के पास जमा करने के लिए कहा।
देवरिया एवं वाराणसी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के सहयोग से चल रही साझी रसोई को स्थानीय पुलिस प्रशासन ने जबरन बन्द करवा दिया।
अजय कुमार लल्लू ने आरोप लगाया है कि ऐसी अनेक घटनाएं प्रदेश के कई जनपदों में हो रही हैं। विपक्ष को पुलिस प्रशासन परेशान कर रहा है।
स्वयं सेवी संस्थाओं के कार्यकर्ताओं को भी राहत सामग्री जरूरतमंदों को वितरित करने नहीं दी जा रही। जबकि पार्टी विशेष से जुड़े लोगों को पूरी छूट मिली हुई है।
अजय कुमार लल्लू ने सीएम योगी से मांग की है कि ऐसी घटनाओं को अंजाम देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ताकि गरीबों व जरूरतमंदों की ज्यादा से ज्यादा मदद की जा सके।