पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस के कद्दावर बागी नेता शुभेंदु अधिकारी शनिवार को मिदनापुर में आयाेजित एक कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गये। इस मौके पर अमित शाह ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) छोड़कर और लोग भाजपा में आएंगे तथा चुनाव आने तक पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री अपनी पार्टी में अकेली रह जाएंगी।
शुभेंदु अधिकारी के अलावा सुनील मंडल (सांसद), दशरथ तिर्के (पूर्व सांसद), बाणश्री मैती (विधायक, उत्तर कांथी, पूर्वी मिदनापुर) तपसी मंडल (विधायक, हल्दिया, पूर्वी मिदनापुर), अशोक डिंडा (विधायक, तामलुक, पूर्वी मिदनापुर), सुदीप मुखर्जी (विधायक, पुरुलिया), बिस्वजीत कुंडू (विधायक, कलना), बीच पांजा (विधायक, पूर्वी बर्दवान), शीलभद्र दत्त (विधायक, बैरकपुर, उत्तर 24 परगना), दीपाली बिस्वास (विधायक, गज़ोल, मालदा), सुकरा मुंडा (विधायक, नागराकाटा, जलपाईगुड़ी) तथा श्यामा प्रसाद मुखर्जी (पूर्व मंत्री) भी भाजपा में शामिल हुए।
इनके अलावा तृणमूल के कई प्रदेश स्तर के पदाधिकारी भी भाजपा में शामिल हुए। इन नेताओं में कर्नल दीप्तंगशु चौधरी (तृणमूल राज्य स्तर के नेता), आशीष दत्त और बप्पा मजुमदार (अलीपुरद्वार), कार्तिक पाल और प्रफुल्ल बर्मन (उत्तर दिनाजपुर), सत्येन रॉय (पूर्व विधायक) और देवाशीष मजुमदार (दक्षिण दिनाजपुर), सनमय बैनर्जी (उत्तर 24 परगना , चंद्रशेखर बंद्योपाध्याय (अध्यक्ष, दुर्गापुर नगर निगम), नित्यानंद चटर्जी (पूर्वी बर्दवान), गौतम रॉय (पुरुलिया), समीरन मिश्रा (हुगली जिला परिषद, प्राचार्य), देबाशीष मुखर्जी (दानकुनी नगर पालिका, उपाध्यक्ष), इंद्रजीत दत्त (हुगली), गौतम मांझी (हुगली) अल्पसंख्यक समुदाय के नेता- प्रोफेसर ओहदुल हक (राज्य स्तरीय नेता), परवेज रहमान (पूर्व विधायक, हुगली), आलमगीर मोल्ला (हुगली), कबीरुल इस्लाम (तृणमूल अल्पसंख्यक सेल के सह-अध्यक्ष), करम हुसैन खान (बीर) अन्य महत्वपूर्ण नेताओं में शामिल हैं, जिन्होंने आज से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का झंडा थाम लिया।
पार्टी की एक रैली को यहां संबोधित करते हुए अमित शाह ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी सरकार भ्रष्टाचार में डूबी है, जिसकी वजह से वह जनता से कट गई है। उन्होंने भरोसा जताया कि भाजपा प्रदेश में 200 से ज्यादा सीटों के साथ अगली सरकार बनाएगी। पश्चिम बंगाल विधानसभा में 294 सीट हैं। शाह का यह बयान उस दिन आया है जब पश्चिम बंगाल के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी, विभिन्न दलों के नौ अन्य विधायकों और टीएमसी के एक सांसद ने भाजपा का दामन थाम लिया।
उन्होंने कहा, “मैं स्पष्ट रूप से यह कहना चाहता हूं कि भाजपा 200 से ज्यादा सीटों के साथ प्रदेश में अगली सरकार बनाएगी…। टीएमसी की राजनीतिक हिंसा और धमकाने का कोई फायदा नहीं होगा। भाजपा अध्यक्ष के काफिले पर हमला हुआ, हमारी पार्टी के कई कार्यकर्ताओं की हत्या हुई।” उन्होंने दोहराया, “आप (टीएमसी) जितनी हिंसा करेंगे, भाजपा उतनी ही मजबूत होगी।” विधानसभा चुनावों से पहले बहुत से लोगों के प्रदेश में सत्ताधारी दल छोड़ने पर निशाना साधते हुए भाजपा नेता ने कहा, “चुनाव आने तक, ममता बनर्जी अपनी पार्टी में अकेली रह जाएंगी।”
तृणमूल कांग्रेस के जमीनी सदस्यों के नाम अपने एक खुले पत्र में शुभेंदु अधिकारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल एक अहम मोड़ पर खड़ा है क्योंकि राज्य के लोग 2021 के विधानसभा चुनाव में जो विकल्प चुनेंगे, उसका उन पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा। ममता बनर्जी नीत पार्टी तृणमूल कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए अधिकारी ने कहा कि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी में समस्याओं ने गहरी जड़ें जमा ली हैं। अधिकारी ने कहा, ”ना तो पश्चिम बंगाल और न ही तृणमूल कांग्रेस, किसी की जागीर है।” उन्होंने पत्र में लिखा है कि पार्टी एक दिन में और किसी एक व्यक्ति के योगदान से नहीं बनी है। यह एक निरंतर एवं व्यापक स्तर पर किए गए प्रयासों से बनी है, जिसकी परिणिति 2011 में पश्चिम बंगाल की सत्ता में तृणमूल कांग्रेस के आने के रूप में हुई। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस, जिसे सामान्य लोगों ने नि:स्वार्थ भावना से एक-एक ईंट जोड़ कर बनाया है, अब ऐसे लोगों से भर गई है जिन्हें खुद के अलावा किसी और की परवाह नहीं है।