नई दिल्ली। भारतीय थल सेना और नौसेना ने शुक्रवार को अग्निपथ योजना के तहत अपनी भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी। मंत्रालय ने कहा कि भारतीय वायु सेना ने 24 जून को ही इस योजना के तहत अपनी भर्ती प्रक्रिया शुरू कर दी थी और उसे बृहस्पतिवार तक 2.72 लाख आवेदन प्राप्त हुए थे। चौदह जून को इस योजना की शुरुआत के बाद लगभग एक सप्ताह तक कई राज्यों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए थे और विपक्षी दलों ने इसे वापस लेने की मांग की थी।
रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को ट्वीट किया, ”भारतीय नौसेना में अग्निवीरों के लिए पंजीकरण आज से शुरू हो रहा है।” उसने आगे कहा, ”भारतीय सेना में शामिल हों। अग्निवीर के रूप में देश की सेवा करने के अपने सपने को पूरा करें। एक जुलाई से अग्निपथ भर्ती योजना के लिए पंजीकरण खुला है।” अग्निपथ योजना के तहत साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष तक के युवाओं को चार साल के कार्यकाल के लिए सशस्त्र बलों में शामिल किया जाएगा, जबकि उनमें से 25 प्रतिशत को बाद में नियमित सेवा में शामिल किया जाएगा।
सरकार ने 16 जून को इस साल के लिए इस योजना के तहत भर्ती के लिए ऊपरी आयु सीमा 21 से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दिया था, और सेवानिवृत्ति के बाद केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में अग्निवीरों के लिए प्राथमिकता दिये जाने समेत विभिन्न कदमों की घोषणा की थी। कई भाजपा शासित राज्यों ने यह भी घोषणा की कि अग्निपथ योजना के तहत शामिल किए गए ‘अग्निवीर’ सैनिकों को राज्य पुलिस बलों में शामिल करने में प्राथमिकता दी जाएगी। सशस्त्र बलों ने स्पष्ट कर दिया है कि नई भर्ती योजना के खिलाफ हिंसक विरोध और आगजनी करने वालों को शामिल नहीं किया जाएगा।