
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, मुंबई : शाह बानो बनाम अहमद खान मामले (सुप्रीम कोर्ट 1985) के ऐतिहासिक फैसले की 40वीं वर्षगांठ पर, यामी गौतम की अगली फिल्म आ रही है, जो शाह बानो के जीवन से प्रेरित एक हाई ऑक्टेन ड्रामा है, जिसे भारत में मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई और मुस्लिम पर्सनल लॉ के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण उपलब्धि रूप में देखा जाता है।
यामी गौतम धर और इमरान हाशमी अभिनीत, यह फिल्म एक हाई ऑक्टेन ड्रामा है, जो एक ऐसे मामले की पृष्ठभूमि पर आधारित है जिसने भारत के संवैधानिक इतिहास के साथ-साथ एक लोकतांत्रिक भारतीय समाज के ताने-बाने को भी बदल दिया साथ ही धर्म, व्यक्ति और महिलाओं के अधिकारों को जोड़ने वाले मामलों में राज्य की भूमिका पर भी जोर दिय । इमरान हाशमी यामी के पति की भूमिका निभा रहे हैं, जो शाह बानो के पति अहमद खान से प्रेरित एक किरदार है !
1970 के दशक में एक ऐसे कानूनी ढांचे की उत्पत्ति, जिसके बारे में बातचीत भी नहीं की जा सकती थी, यह कहानी एक दिलचस्प कहानी है कि कैसे एक महिला जिसके पास साहस और सच्चाई के अलावा कुछ नहीं था, उसने अपने पति, जो खुद एक अमीर वकील था, और शक्तिशाली वक्फ बोर्ड का सामना किया और सर्वोच्च न्यायालय तक गई और उन सभी को अकेले ही हरा दिया। इस मामले ने असंख्य महिलाओं के लिए वैध दावे करने का आधार तैयार किया, जिसकी उन्हें पहले अनुमति नहीं थी।
यामी गौतम धर “आर्टिकल 370” की सफलता का आनंद ले रही हैं और यह उनकी अगली रिलीज़ है। इमरान हाशमी की अगली रिलीज़ युद्ध फिल्म “ग्राउंड ज़ीरो” है !
यह निर्देशक सुपर्ण एस वर्मा द्वारा घोषित कोर्टरूम ट्रायोलॉजी की अगली फिल्म है, जो मनोज बाजपेयी अभिनीत बहु-पुरस्कार विजेता आलोचनात्मक और व्यावसायिक सफलता “सिर्फ एक बंदा काफी है” के निर्माता हैं।