अनुपूरक न्यूज़ एजेंसी, रंगापारा (सोनितपुर) । वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल ने अपने प्रादेशिक सम्मेलन के पहले चरण बेदखली अभियान के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है। पार्टी ने सर्वसम्मति से पारित इस प्रस्ताव में कहा है कि असम सरकार को खुलेआम मानवाधिकारों का उल्लंघन करने की छूट नहीं दिया जाएगा। पार्टी ने कहा है कि प्रदेश सरकार सरकारी जमीनों से बेदखली हटाने के नाम पर लोगों के मानवाधिकारों का उल्लंघन कर रही है। प्रस्ताव में कहा गया है कि जब तक लोगों को रहने के लिए और रोजी-रोटी के लिए वैकल्पिक प्रबंध सरकार नहीं करती। तब तक उनको जमीनों से उखाड़ने का अधिकार नहीं है। पार्टी ने तय किया है कि पूरे प्रदेश में जहां-जहां बेदखली का अभियान चलाया जाएगा, वहां वहां पार्टी के कार्यकर्ता विरोध करेंगे। लोगों को उजड़ने से बचाने के लिए पार्टी के कार्यकर्ता किसी भी हद तक कुर्बानी देने को तैयार रहेंगे। जेल भरो आंदोलन करने के लिए भी तैयार रहेंगे।
पार्टी ने सम्मेलन में प्रस्ताव पारित करते हुए कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया है कि सभी कार्यकर्ता आगामी 3 महीने लगातार “गांव चलो अभियान” के तहत सदस्यता अभियान चलाएंगे और पुराने सदस्यों की सदस्यता का नवीनीकरण करेंगे। पार्टी ने तय किया है कि गांव गांव जाकर पार्टी के कार्यकर्ता लोगों को यह बताएंगे कि जिस प्रकार अपने वकील को फीस दिया जाता है। उसी तरह पार्टी को हर महीने फीस देने की आदत शुरू करें। पार्टी ने अपने प्रस्ताव में कहा है कि दलाल पार्टियां आम जनता के आर्थिक हितों के खिलाफ इसलिए काम करती हैं क्योंकि आम जनता वोट तो देती है। लेकिन चुनाव लड़ने के लिए और पार्टी संगठन चलाने के लिए नोट नहीं देती।
रंगापारा के कमला सिनेमा सभागार में दो दिनों से चल रहे वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल का प्रदेश स्तरीय सम्मेलन आज समापन हो गया। पहले दिन राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के पूर्व संयुक्त रजिस्ट्रार पार्टी पदाधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए दिल्ली से पहुंचे। वह पार्टी के पदाधिकारियों को मानवाधिकार संरक्षण के विषय में प्रशिक्षित किये। इस सम्मेलन में उदालगुरी, सोनितपुर, विश्वनाथ, लखीमपुर, धेमाजी, दरंग जनपदों के ब्लॉक स्तर और जिला स्तर के पार्टी पदाधिकारियों ने भाग लिया।