अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं 24 मार्च से 13 अप्रैल 2022 तक आयोजित की गई थी। इस साल यूपी बोर्ड परीक्षाओं के लिए बनाए गए परीक्षा केंद्रों पर काफी सख्ती बरती गई थी। परीक्षा के खत्म होने के बाद 7 मई तक मूल्यांकन कार्य पूरा कर लिए जाने की उम्मीद जताई जा रही थी। हालांकि परीक्षा की करीब ढाई लाख से अधिक उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन अभी बाकी है। वहीं, बड़ी संख्या में शिक्षक मूल्यांकन से गायब बताए जा रहे हैं।
बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए विभाग की ओर से करीब 2400 शिक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है। इनमें करीब 1400 शिक्षक ही शुरुआती दौर से ही ड्यूटी कर रहे हैं। जबकि एक हजार शिक्षक गायब चल रहे थे। जब विभाग की ओर से नोटिस जारी की गई तो करीब दो सौ शिक्षकों ने ड्यूटी ज्वाइन की। हालांकि नोटिस जारी होने के बाद भी करीब आठ सौ शिक्षक मूल्यांकन से गायब चल रहे हैं। जिसके चलते उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन प्रभावित हो रहा है।
इस मामले में डीआईओएस डा. अमरकांत सिंह का कहना है कि मूल्यांकन के लिए जो शिक्षक नहीं आ रहे हैं, वे प्रायोगिक परीक्षाओं व वायवा आदि में ड्यूटी कर रहे हैं। जैसे जैसे शिक्षक फ्री हो रहे हैं, मूल्यांकन में आ रहे हैं। बुधवार को शिक्षकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। प्रयास किया जा रहा है कि रविवार तक मूल्यांकन पूरा हो जाए।
राजकीय इंटर कालेज हुसैनाबाद, राजकीय जुबली इंटर कालेज, राजकीय इंटर कालेज निशातगंज, राजकीय महिला इंटर कालेज गोमती नगर, राजकीय महिला इंटर कालेज इंदिरा नगर पर 23 अप्रैल से मूल्यांकन जारी है। कुल साढ़े छह लाख उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन होना है। इसमें अब तक चार लाख का ही मूल्यांकन हुआ है। शेष उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन अभी बाकी है।