
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पशुधन एवं दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने निर्देश दिये हैं कि गर्मी के दृष्टिगत गोवंश को धूप व लू से बचाने हेतु शेड, स्वच्छ पानी, बिजली, हरा चारा और पर्याप्त औषधियों की व्यवस्था सुदृढ़ की जाए। गोशाला में चारे, भूसा और पानी का अभाव न हो और कोई भी गोवंश भूखा या प्यासा न रहे। गोशालाओं का रख-रखाव व्यवस्थित तरीके से किया जाए। उन्होंने कहा कि कार्ययोजना बनाकर इस वित्तीय वर्ष 2025-26 के प्रथम तीन माह के लक्ष्यों को निर्धारित समय में पूरा कर लिया जाए।
धर्मपाल सिंह ने शुक्रवार यहां विधान भवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के कार्यों के समीक्षा करते हुए आगामी 03 माह में प्रारम्भ किए जाने वाले कार्यों एवं उनकी प्रगति के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। सिंह ने कहा कि वर्तमान में निराश्रित गोवंश संरक्षण हेतु 7720 गो आश्राय स्थल है जिनमें 1251805 गोवंश संरक्षित है।
बैठक में बताया गया कि वर्तमान में कुल 19,046 निबंधित समितियों के सापेक्ष 7851 समितियां कार्यरत हैं। जिला योजना अंतर्गत 220 दुग्ध समितियों के गठन एवं 450 दुग्ध समितियों का पुर्नगठन कार्य पूर्ण है। नंदबाबा दुग्ध मिशन में 330 समितियों के गठन का लक्ष्य पूर्ण किया गया है। बैठक में प्रमुख सचिव के0 रविन्द्र नायक ने मंत्री जी को पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग द्वारा प्रारम्भ किये गये कार्यों और उसकी अद्यतन स्थिति से अवगत कराया।
बैठक में विशेष सचिव पशुधन, देवेंद्र पांडे, विशेष सचिव दुग्ध विकास विभाग राम सहाय यादव, दुग्ध आयुक्त राकेश कुमार मिश्र,पशुधन विभाग के निदेशक, प्रशासन एवं विकास डा0 जयकेश पाण्डेय,रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र, डॉ योगेंद्र सिंह पवार, यूपीएलडीबी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डा0 पी0के0 सिंह, संयुक्त निदेशक, डॉ0 पी0एन0 सिंह पीसीडीएफ के डॉ0मनोज तिवारी , श्रीमती नयन तारा तथा शासन के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।