सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ / प्रयागराज : संगम तट पर समाज कल्याण विभाग द्वारा स्थापित पंडाल में आस्था एवं अध्यात्म के साथ सामाजिक समरसता की भी झलक देखने को मिल रही है। समाज कल्याण विभाग द्वारा संगम के तट पर पहली बार पंडाल बनाया गया है। जिसमें 100 बेड की क्षमता का निराश्रित वरिष्ठजनों के लिए एक आश्रम स्थापित किया गया है। आश्रम में विभिन्न जनपदों के वृद्धाश्रमों से अब तक लगभग 150 वरिष्ठजन पहुंच कर संगम में स्नान कर चुके है।
योग एवं ध्यान से होती है सुबह की शुरुआत
समाज कल्याण विभाग द्वारा निराश्रित वरिष्ठजनों के लिए प्रदेश भर में वृद्धाश्रम संचालित किए जाते हैं। समाज कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), असीम अरुण के निर्देश पर वृद्धाश्रमों में रहने वाले वरिष्ठजनों के लिए कुम्भ क्षेत्र में 100 बेड की क्षमता का एक आश्रम स्थापित किया गया है। आश्रम में अब तक सिद्धार्थनगर, भदोही, कौशांबी, हरदोई, सीतापुर और लखनऊ से करीब 150 वरिष्ठजन कुम्भ मेले में पहुंच कर संगम में स्नान कर पुण्य लाभ ले चुके हैं। मंत्री असीम अरुण ने बताया कि मेला क्षेत्र में बने आश्रम में वरिष्ठजनों को निःशुल्क भोजन, रहने की व्यवस्था और आवागमन उपलब्ध कराया जा रहा है। समाज कल्याण विभाग द्वारा स्थापित पंडाल में वरिष्ठजनों को सुबह योगाभ्यास भी कराया जाता है।
देश भर के जनजातीय उत्पाद एक साथ
समाज कल्याण विभाग के पंडाल में जनजातीय समुदाय की भी झलक देखने को मिल रही है। पंडाल में देश भर के जनजातीय समुदायों द्वारा तैयार किए गए विभिन्न मनमोहक उत्पाद आने वाले अतिथियों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं।