सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने गुरुवार को अपने राजकीय आवास से वर्चुअल माध्यम से उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग में संचालित विभिन्न योजनाओं के अन्तर्गत जनपदों की राजकीय पौधशालाओं/प्रक्षेत्रों पर नामित कार्यदायी संस्थाओं द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों की प्रगति समीक्षा की। उन्होंने कुछ जनपदों में निर्माण कार्यों में धीमी प्रगति पर अधिकारियों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कार्यदायी संस्थाओं को अनुबन्ध के अनुसार कार्य पूर्ण होने की तिथि दी जाय, जिससे कार्य समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण सम्पन्न हो सके। उन्होंने निर्देश दिए कि 15 दिन में उप निदेशक स्तर के अधिकारी तथा 01 महीने में निदेशक उद्यान निर्माण कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग करना सुनिश्चित करें।
उद्यान मंत्री ने वीडियो कान्फ्रेन्सिंग के माध्यम से अधिकारियों को निर्देशित किया कि जो कार्यदायी संस्थाएं निर्धारित समय में कार्य पूर्ण नहीं कर पाई हैं उनको दंडित किया जाए। उन्होंने कहा कि जनपद स्तर के अधिकारी अपने जनपद में होने वाले निर्माण कार्य के लिए जिम्मेदार होंगे। इसलिए जनपद स्तरीय अधिकारी कार्यदायी संस्थाओं से संपर्क में रहें और उनके द्वारा किए गए कार्यों की नियमित जानकारी रखें और समय-समय पर निरीक्षण करे। उन्होंने निर्देश दिया कि कार्य की गुणवत्ता एवं समय से कार्य न होने पर कार्यदायी संस्था के साथ-साथ संबंधित अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।
उद्यान मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि प्रदेश सरकार किसानों के हितों के लिए निरंतर कार्य कर रही है। उनके लिए विभिन्न योजनाओं को संचालित किया जा रहा है। योजनाओं के माध्यम से विभिन्न निर्माण कार्य भी कराये जा रहे है। जनता से जुड़े किसी भी कार्य मे शिथिलता या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
इस अवसर पर निदेशक उद्यान आर.के. तोमर, नोडल अधिकारी निर्माण उप निदेशक राजीव वर्मा एवं कार्यदायी संस्थाओं के प्रतिनिधि सहित मण्डलीय एवं जिला स्तरीय अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
उद्यान मंत्री ने राजकीय पौधशालाओं / प्रक्षेत्रों में संस्थाओं द्वारा कराये जा रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की
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