
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, जयपुर : उत्तर पश्चिम रेलवे के तत्वाधान में शनिवार दिनांक 08.03.2025 को जयपुर में आईपीडब्ल्यूई सेमिनार 2025 का आयोजन किया गया जिसमें रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर में ओर अधिक उन्नति पर विशेष चर्चा की गई ।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार परमानेंट वे इंजीनियर्स (रेल पथ इंजीनियर्स) इंडिया, जयपुर चैप्टर ने रेलवे क्लब जयपुर में ट्रैक, ब्रिज और निर्माण तकनीक में उन्नति पर अपने तकनीकी सेमिनार का सफलतापूर्वक आयोजन किया।
इस सेमिनार में वरिष्ठ रेलवे अधिकारियों, उद्योग विशेषज्ञों और तकनीकी पेशेवरों ने भाग लिया, जिन्होंने रेलवे के बुनियादी ढांचे में अत्याधुनिक नवाचारों पर चर्चा की।
इस अवसर पर उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक श्री अमिताभ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता आईपीडब्ल्यूई जयपुर के अध्यक्ष श्री जी.एल. गोयल, प्रमुख मुख्य इंजीनियर/ उत्तर पश्चिम रेलवे ने की तथा सह अध्यक्ष श्री वेद प्रकाश , मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण ) थे। सेमिनार के उपाध्यक्ष मुख्य ट्रैक इंजीनियर श्री जितेन्द्र पाहवा थे।
रेल पथ इंजीनियरों की संस्था भारत में 1967 में स्थापित हुई थी, जो रेलवे ट्रैक, पुल और अन्य संरचनात्मक विकास में विशेषज्ञता रखने वाले रेलवे इंजीनियरों के बीच ज्ञान के आदान-प्रदान की सुविधा के लिए रेल मंत्रालय के अधीन कार्य करती है।

जयपुर में आयोजित सेमिनार में उभरती हुई रेलवे प्रौद्योगिकियों पर व्यावहारिक तकनीकी प्रस्तुति दी गई, जिसमें निम्न विषय शामिल रहे:
- ट्रैक मेंटेनर की सुरक्षा के लिए वीएचएफ आधारित ट्रेन आगमन चेतावनी प्रणाली “रक्षक”
- ग्राउंड प्रेजेंटिंग रडार जीपीआर जो बलास्ट (गिट्टी) की साइज की निगरानी कर ट्रैक रखरखाव को बढ़ाता है
- रेलवे यार्ड और सेक्शन के सटीक आकलन के लिए एलआईडीएआर आधारित ग्रेडिएंट सत्यापन
- रेलवे पुलों के लिए हाइड्रोलॉजिकल मॉडलिंग जिससे जल प्रवाह और संरचनात्मक योजना में सुधार
- उन्नत सेंसर और प्रौद्योगिकी का उपयोग करके रेल पुलों की संरचनात्मक स्वास्थ्य निगरानी
- नेक्स्ट जनरेशन रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए रेलवे कंक्रीट स्लीपर प्लांट में नवाचार
- डिजिटल प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के लिए रेलवे में बिल्डिंग इंफॉर्मेशन मॉडलिंग का कार्यान्वयन….इत्यादि
इस कार्यक्रम ने रेलवे इंजीनियरिंग में ज्ञान और आदान-प्रदान तथा नवाचार के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य किया जो आधुनिकीकरण और सुरक्षा के लिए भारतीय रेलवे की प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।
इस अवसर पर एक तकनीकी प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसमें रेलवे के विकास से संबंधित विभिन्न उत्पादों एवं प्रक्रियाओं के विकास को प्रदर्शित किया गया।
सेमिनार का समापन इंटरएक्टिव चर्चाओं और प्रश्नोत्तर सत्र तथा प्रस्तुतकर्ताओं और जजों के अभिनंदन के साथ हुआ।