सूर्योदय भारत समाचार सेवा, बेंगलुरु : सिद्धारमैया शनिवार को दूसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए हैं. उनके और डीके शिवकुमार के अलावा आठ मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली. कर्नाटक की कांग्रेस सरकार द्वारा अपने घोषणा-पत्र में किए गए 5 गारंटियों के वादे को पहली कैबिनेट मीटिंग में मंज़ूरी दे दी गई.
हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी को मिली शानदार जीत के बाद शनिवार को एसजी सिद्धारमैया ने दूसरी बार कर्नाटक के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. उनके साथ डीके शिवकुमार को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई. उन्हें राज्य के एकमात्र उपमुख्यमंत्री के रूप में भी नामित किया गया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इनके अलावा आठ मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली. इनमें जी. परमेश्वर, संतोष जरकिहोली, केएच मुनियप्पा, एमबी पाटिल, केजे जॉर्ज, रामलिंगा रेड्डी, प्रियांक खड़गे और बीजेड ज़मीर अहमद खान शामिल हैं.
नवगठित सरकार की पहली कैबिनेट बैठक के दौरान कांग्रेस पार्टी के चुनावी घोषणा-पत्र में मतदाताओं से किए गए पांच वादों को पूरा करने का निर्णय लिया गया.
पदभार ग्रहण करने के कुछ ही समय बाद सिद्धारमैया ने उस प्रशासन को प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की, जिसकी लोगों ने लंबे समय से अपेक्षा की थी.
उन्होंने कहा कि हम ऐसा प्रशासन देंगे, जिसकी लोगों ने हमसे अपेक्षा की है. कैबिनेट बैठक में पांच गारंटी पारित की जाएंगी और उन्हें आज ही लागू करने का आदेश जारी किया जाएगा.
विधान सौध में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सीएम सिद्धारमैया ने कहा, ‘घोषणा-पत्र में पांच गारंटियों का वादा किया गया था और उन पांचों गारंटियों को लागू करने का आदेश कैबिनेट की पहली बैठक के बाद दिया गया. अगली कैबिनेट बैठक के बाद सभी लागू होंगे, जिसे एक सप्ताह के भीतर बुलाया जाएगा.’
इन गारंटियों में बेरोजगारों को वजीफा देना, परिवारों की महिला मुखियाओं को 2,000 रुपये देना, 200 यूनिट मुफ्त बिजली देना, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा और वंचितों को 10 किलोग्राम चावल वितरित करना शामिल है. इनका उद्देश्य बढ़ती कीमतों के बोझ को कम करना है.
उन्होंने आगे कहा, ‘जो सरकारें पहले चलती थीं, वे बेकार थीं. वे हमें करों का हिस्सा ठीक से नहीं दिला सके. वित्त आयोग की सिफारिश के मुताबिक केंद्र को हमें 5,495 करोड़ रुपये देने हैं. पिछली सरकार को नहीं मिला. निर्मला सीतारमण कर्नाटक से राज्यसभा सांसद हैं और उनकी और पीएम की वजह से कर्नाटक को नुकसान हुआ.’
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को ट्वीट कर कहा कि पहली मीटिंग में ही पांच गारंटी को मंजूरी मिल चुकी है.
उन्होंने कहा, ‘जो हम कहते हैं, उसे पूरा करते हैं. पहला दिन, पहली कैबिनेट मीटिंग में कर्नाटक को दी हुई हमारी पांच गारंटी को मंजूरी मिल चुकी है.’
अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा, ‘प्रगतिशील कर्नाटक के सपने को पूरा करने का हमारा काम शुरू हो गया है. कांग्रेस की 5 गारंटी से जनकेंद्रित शासन के युग की शुरुआत होगी.’
संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने भी कहा कि कांग्रेस पार्टी ने पांच मांगों को मंजूरी दी है. उन्होंने कहा कि हमने जो वादा किया था, उसे पूरा किया है.
सोनिया गांधी ने हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को चुनने के लिए कर्नाटक के लोगों को धन्यवाद दिया और उन्हें आश्वासन दिया कि नवगठित सरकार राज्य के विकास के पथ पर काम करेगी.
पूर्ववर्ती भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री रहे बसवराज बोम्मई ने कहा, ‘कांग्रेस द्वारा किए गए वादों और पहली बैठक के बाद मुख्यमंत्री द्वारा की गईं घोषणाओं में बहुत अंतर है. कर्नाटक के लोग उपके द्वारा की गईं घोषणाओं से निराश हैं. मुझे नहीं लगता कि उन्होंने ईमानदारी से अपना फैसला लिया है.’
इससे पहले बोम्मई ने सिद्धारमैया और मंत्रिमंडल के सदस्यों को पदभार ग्रहण करने पर बधाई दी. भाजपा नेता ने ट्विटर पर लिखा, ‘कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट सदस्यों के रूप में पद संभालने के लिए सिद्धारमैया को हार्दिक बधाई.’