सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : उत्तर प्रदेश के लाखों शिक्षामित्रों के लिए राहतभरी खबर आई है। प्रदेश सरकार ने शिक्षामित्रों को उनके मूल विद्यालय में वापसी और महिला शिक्षामित्रों को उनके पति के निवास स्थान पर स्थानांतरित करने का आदेश जारी किया है। इस आदेश से लगभग 40,000 शिक्षामित्रों को लाभ मिलेगा।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश महामंत्री सुशील यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले सात वर्षों से शिक्षामित्र अपने स्थाईकरण, मानदेय वृद्धि और स्थानांतरण की मांग कर रहे थे। इसके लिए 16 अक्टूबर को शिक्षामित्रों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर अपनी समस्याएं रखी थीं। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया था कि इन समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा, जिसके बाद शुक्रवार को स्थानांतरण समायोजन आदेश जारी कर दिया गया।
सुशील यादव ने बताया कि इस आदेश से उन शिक्षामित्रों को बड़ी राहत मिली है, जो अब तक अपने घरों से 50 से 100 किलोमीटर की दूरी तय करके शिक्षण कार्य कर रहे थे। वहीं, महिला शिक्षामित्रों को अपने पति के निवास स्थान वाले जिले में स्थानांतरण का अवसर मिलेगा।
प्रदेश के शिक्षामित्रों ने इस फैसले के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, बेसिक शिक्षा मंत्री संदीप सिंह, एमएलसी श्रीचंद शर्मा, प्रमुख सचिव एमकेएस सुंदरम, महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा और निदेशक बेसिक शिक्षा प्रताप सिंह बघेल का आभार व्यक्त किया है।
शिक्षामित्रों को उम्मीद है कि सरकार जल्द ही उनकी आर्थिक समस्याओं का भी समाधान करेगी। इस आदेश के बाद शिक्षामित्रों के बीच एक नई ऊर्जा और उम्मीद का संचार हुआ है।