सूर्योदय भारत समाचार सेवा : दिल्ली में बारिश का 41 वर्षों का रिकॉर्ड टूट गया है। यहां लगातार आसमान से बादल आफत बनकर बरस रहे है, जिससे लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। दिल्ली सरकार ने भारी बारिश को देखते हुए बड़ा आदेश दिया है। सड़कों से लेकर गलियों तक पानी के जलजमाव को देखते हुए दिल्ली सरकार ग्राउंड स्तर पर उतर आई है। दिल्ली सरकार ने सभी विभागों की रविवार की छुट्टी रद्द कर अधिकारियों को फील्ड पर पहुंचकर व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए है। सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जनता को जरूरी सुविधाओं और सुरक्षा मुहैया कराई जाए।
दिल्ली में हो रही भारी बारिश से पूरा सिस्टम चरमरा गया है। पानी-पानी हो रही दिल्ली में बारिश के कारण कई चुनौतियां देखने को मिल रही है, जिनसे निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने काम शुरू कर दिया है। सरकार ने बयान जारी कर कहा कि संबंधित अफसरों को अपने इलाकों में निरीक्षण करना होगा। इसके अलावा सरकार ने दिल्ली नगर निगम की मेयर और मंत्रियों को भी निर्देश दिए हैं कि वो जलभराव से जूझ रहे इलाकों का निरीक्षण करें। जलजमाव को जल्द खत्म करने के लिए साफ सफाई कराए जाने के निर्देश दिए गए है। मौसम विभाग के अनुसार रविवार सुबह साढ़े आठ बजे समाप्त हुई 24 घंटे की अवधि में 153 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो 1982 के बाद से यहां जुलाई में एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है।
मौसम विभाग का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ और मानसूनी हवाओं के कारण उत्तर-पश्चिम भारत में भीषण बारिश हुई और दिल्ली में मौसम की पहली ‘बहेद भीषण बारिश’ दर्ज की गई। सफदरजंग वेधशाला में रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक पिछले 24 घंटे में 153 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जो 25 जुलाई 1982 को एक दिन में दर्ज की गई 169.9 मिलीमीटर बारिश के बाद से सर्वाधिक है। यानी इस बारिश ने बीते चार दशकों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बता दें कि दिल्ली के अलावा दिल्ली से सटे नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद में हुई है।
दिल्ली में रुक कर होती रहेगी बारिश, अभी करें इन्तज़ार
मौसम विभाग की मानें तो आने वाले दिनों में भी जनता को बारिश से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। भारत के मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि आने वाले दिनों में भी दिल्ली में रुक रुक कर भारी बारिश होती रहेगी।