सूर्योदय भारत समाचार सेवा : मोशन एजुकेशन ने रविवार को अपने पटना के स्टडी सेंटर में एक मोटिवेशनल और करियर गाइडलाइंस सेमिनार का आयोजन किया, जिसमें देश के जाने-माने फिजिक्स टीचर नितिन विजय (एनवी सर) ने जेईई, नीट जैसी कॉम्पिटिटिव परीक्षाओं में सफल होने के कुछ टिप्स बताए। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए केवल कोचिंग ही नहीं, विद्यार्थी और उसके पैरेंट्स की भी बड़ी भूमिका होती है।
सेमिनार के दौरान एनवी सर ने बच्चों के माता-पिता से आग्रह किया कि वे अपने बच्चों से रोज बात करें और उनकी दिनचर्या पर नजर रखें, घर की समस्याओं और विवादों से दूर रखें, बच्चों को हर टेस्ट देने के लिए प्रेरित करें और उनकी गलतियों को पहचान कर दूर करने में मदद करें। यदि टेस्ट में नंबर कम आते हैं, तो बच्चे को बेहतर करने के लिए प्रेरित करें, फिर चाहे परिणाम जो भी आए, उसे पूरे दिल से स्वीकार करें। यह आश्वस्ति उन्हें हौंसला देगी।
उन्होंने आगे कहा, “मोशन मिनिमम प्राइज़ पॉइंट पर उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के मिशन पर है। हमने मोशन को ऐसा संस्थान बनाया है, जहाँ अमीर हो या गरीब, हर विद्यार्थी खास है। इसलिए हमने ऐसे मॉडल पर काम किया है, जिसमें शिक्षा की गुणवत्ता तो बढ़े, लेकिन लागत कम से कम आए। यही कारण है कि क्वालिटी एजुकेशन सबको अफोर्डेबल प्राइस पर मिल पा रही है।
विद्यार्थियों को क्लास रूम और ऑनलाइन कोचिंग, दोनों के फायदे मिल रहे हैं। विद्यार्थियों को अपने कमजोर पक्ष को सुधारने में मदद के लिए मोशन की टीम ने एआई बेस्ड होमवर्क मशीन बनाई है। इसमें हम विद्यार्थियों की कमियों को समझने और उनको दूर करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें हम हर बच्चे को उसके स्तर के अनुकूल अलग-अलग कस्टमाइज़ प्रैक्टिस शीट्स, जैसे- इजी, मीडियम या टफ देते हैं। इस प्रकार कमजोर विषय की बार-बार प्रैक्टिस होती है और परीक्षा से पहले ही कमजोरी दूर हो जाती है। इससे आईआईटी, नीट की तैयारी आसान हुई है और कमजोरी दूर होने से एवरेज बच्चों के सिलेक्शन का अनुपात बढ़ रहा है।”
मोशन 17 साल में लाखों बच्चों को जेईई और नीट की तैयारी करवा चुका है। अपने अगले वित्तीय वर्ष में इसने 100 नए केंद्र खोलने का लक्ष्य रखा है। फिलहाल 50,000 से अधिक विद्यार्थी मोशन से जुड़े हैं। संस्थान ने 15 राज्यों में 60 केंद्रों के साथ, देश में मजबूत उपस्थिति बनाई है। दक्षिण भारत में अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए मोशन पहले चरण में 30 से अधिक नए केंद्र जोड़ेगा। इससे संस्थान को देशभर में मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे 1.5 से 2 लाख छात्रों तक पहुँचने की उम्मीद है।