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हमसफर एक्सप्रेस में नाबालिग से छेडख़ानी : यात्रियों ने रेल कर्मचारी को पीट-पीट कर मार डाला

सूर्योदय भारत समाचार सेवा, कानपुर : कानपुर में हमसफर क्लोन एक्सप्रेस में छेड़छाड़ के मामले की पीडि़त नाबालिग ने शुक्रवार को कानपुर जीआरपी के सामने अपने बयान दर्ज कराए। नाबालिग ने बताया कि आरोपी ने करीब सवा घंटे तक उसके साथ छेड़छाड़ की। इस दौरान बीच में एक बार मां को बताने का प्रयास किया, तो उन्होंने डरा दिया। वहीं, मृत रेलवे कर्मी के परिजन तहरीर देते हैं, तो उसकी जांच लखनऊ जीआरपी करेगी। उधर, पोस्टमॉर्टम के बाद शुक्रवार सुबह मृतक के चाचा जय प्रकाश को शव सौंप दिया गया। बता दें, नाबालिग की मां की तरफ से दी गई तहरीर में रात करीब ढाई बजे ट्रेन के ऐशबाग स्टेशन से आगे निकलने के बाद बेटी के छेड़छाड़ की सूचना देने पर जब उन्होंने आरोपी रेलकर्मी से पूछताछ की तो वह बहस करने लगा। इस दौरान आसपास मौजूद यात्रियों ने नाबालिग से छेड़छाड़ की बात सुनकर आरोपी को पीटना शुरू कर दिया। करीब आधे घंटे बाद टीटीई और रेलवे का सुरक्षा स्टॉफ पहुंचा। इस बीच नाबालिग के पिता ने 139 पर सूचना दे दी। पुलिस ने उस मामले में केस दर्ज किया था। हालांकि इस मामले में आरोपी रेलवे कर्मी की मौत के बाद अब यह मामला बंद कर दिया जाएगा। पत्नी से अलग रहता था रेलकर्मी मुजफ्फरपुर से आए मृत रेलकर्मी के चाचा जयप्रकाश ने बताया कि प्रशांत को पिता अरुण की मौत के बाद रेलवे में ग्रुप डी में नौकरी मिली थी। काफी समय से वह पत्नी से अलग रह रहा था। उसके एक बेटी भी है। वह मानसिक रूप से परेशान रहता था। ड्यूटी भी कम करता था। उसका एक भाई पुलिस में है लेकिन वह भी अपने परिवार के साथ अलग रहता है। पिटाई से टूटी पसलियां फेफड़ों में घुसीं, खून बहने से हुई मौत सरसौल के डॉ. विशाल गौतम और बिधनू के डॉ. अवधेश यादव के पैनल ने मृत रेलकर्मी का पोस्टमॉर्टम वीडियो फोटोग्राफी के बीच किया। गुरुवार रात 11 बजे से सुबह साढ़े 5 बजे के बीच करीब छह घंटे चले पोस्टमॉर्टम में प्रशांत की दोनों तरफ की पसलियां टूटी मिलीं। पसलियां फेफड़ों में घुस गईं। सिर, पीठ, छाती के नीचे तक पिटाई की वजह से आईं 10 से ज्यादा चोटें मिलीं। सिर व छाती में खून भरा हुआ था। अधिक खून बहने से प्रशांत की मौत होना बताया गया है। मामले की जांच करेंगी सीओ जीआरपी हमसफर क्लोन एक्सप्रेस में नाबालिग से छेड़छाड़ के मामले में जीआरपी सेंट्रल की हिरासत में आरोपी रेल कर्मी की मौत के मामले की जांच सीओ जीआरपी सुनीता सिंह करेंगी। एसपी जीआरपी प्रयागराज अभिषेक यादव ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए हैं। सीओ ट्रेन में हुई छेड़छाड़ व मारपीट से लेकर कानपुर में जीआरपी के आरोपी को हिरासत में लेने के बाद हुई मौत तक हर पहलू की जांच कर अपनी रिपोर्ट एसपी जीआरपी को सौपेंगी। बता दें, नाबालिग से छेड़छाड़ के आरोप में यात्रियों ने ट्रेन में ही आरोपी रेल कर्मी प्रशांत को बुरी तरह पीटने के बाद जीआरपी के हवाले कर दिया था। इस दौरान नाबालिग की मां ने आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी। घायल प्रशांत को अस्पताल भेजने में जीआरपी को करीब सात घंटे का समय लग गया था।

यह था पूरा मामला बरौनी-दिल्ली हमसफर (क्लोन स्पेशल) एक्सप्रेस के एसी कोच में रेलकर्मी ने किशोरी से छेड़छाड़ कर दी। इस पर भीड़ ने उसे पीट दिया। इतना ही नहीं पीटते हुए उसे लखनऊ से कानपुर सेंट्रल स्टेशन तक लाई। यहां जीआरपी ने उतारा और थाने ले गई। हिरासत में लिए जाने के बाद और मेडिकल की बात सुनते ही उसकी हालत बिगड़ गई। एंबुलेंस से उसे केपीएम अस्पताल पहुंचाया गया। वहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पीडि़ता की मां की तहरीर पर जीआरपी ने रिपोर्ट दर्ज कर मामला लखनऊ ट्रांसफर कर दिया। घटना बुधवार सुबह की है।

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