
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : प्रदेश के दिव्यांगजन सशक्तीकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेन्द्र कश्यप ने विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि विभाग द्वारा संचालित सभी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पारदर्शी, समयबद्ध एवं प्रभावी तरीके से पहुँचाया जाए।
मंत्री कश्यप ने यह निर्देश मंगलवार को सचिवालय स्थित कक्ष संख्या-80 में आयोजित दिव्यांगजन सशक्तीकरण एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभागों की विस्तृत समीक्षा बैठक के दौरान दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि योजनाओं में किसी भी प्रकार की शिथिलता अथवा लापरवाही स्वीकार्य नहीं होगी।
कंप्यूटर प्रशिक्षण योजना के संबंध में उन्होंने कहा कि युवाओं को पारंपरिक कंप्यूटर प्रशिक्षण के साथ-साथ एआई (कृत्रिम बुद्धिमत्ता), ड्रोन तकनीक, साइबर सुरक्षा जैसे आधुनिक, रोजगारोन्मुख कोर्सों में भी प्रशिक्षित किया जाए। इस हेतु विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर बजट अनुमोदन की प्रक्रिया प्रारम्भ की जाए। मंत्री कश्यप ने योजनाओं के लाभार्थियों के भौतिक सत्यापन को अनिवार्य बताते हुए कहा कि इससे योजनाओं में पारदर्शिता बनी रहेगी और वास्तविक पात्र व्यक्ति ही लाभान्वित होंगे।
जगतगुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट की समीक्षा करते हुए मंत्री ने निर्देश दिया कि विश्वविद्यालय में छात्रों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो। इस पर अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष 2100 सीटों की बढ़ोत्तरी की जा रही है। उन्होंने कहा कि दिव्यांग विद्यार्थियों के अध्ययन एवं आवास की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए और शैक्षणिक कैलेण्डर तैयार कर उसी अनुरूप पाठ्यक्रम, परीक्षाएं एवं गतिविधियां संचालित की जाएं।
डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय, लखनऊ की समीक्षा करते हुए मंत्री ने परीक्षाओं के समयबद्ध आयोजन और परिणामों की त्वरित घोषणा पर विशेष बल दिया। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि विश्वविद्यालय में 27 अप्रैल से 17 मई तक परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी तथा 30 मई तक परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे। वर्तमान में विश्वविद्यालय में कुल 1623 दिव्यांग छात्र अध्ययनरत हैं।