
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, आगरा : फतेहाबाद सीएचसी में आडिट के दौरान जननी सुरक्षा योजना व महिला नसबंदी प्रोत्साहन योजना में एक महिला के नाम पर 30 माह में 25बार डिलीवरी व 5 बार नसबंदी का मामला सामने आया है।
महिला कृष्णा कुमारी का कहना है कि’मेरे दो बेटे हैं। पहला 2014 में हुआ, दूसरी डिलीवरी 2017 में हुई। इसके बाद मैंने नसबंदी करा ली।
मुझे 8 अप्रैल को पता चला कि मेरी ढाई साल में 25 बार डिलीवरी हुई है। मेरे बुआ का बेटा कागजों पर मेरा अंगूठा लगवाता था। किस बैंक में मेरे नाम से अकाउंट खुलवाया ? कब और कितना पैसा निकाला, ये मुझे कभी पता नहीं चला।
3 से 6 महीने में वह 500 रुपए और एक थैले में चावल-चीनी दे जाता था।