कैलिफोर्नियां : अमेरिका में कैलिफोर्निया के सांता क्लारा में प्रवासी भारतीयों की एक सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भारत में ऐसे लोगों का समूह है, जिन्हें पूरा यकीन है कि वे सब कुछ जानते हैं और निश्चित रूप से हमारे प्रधानमंत्री ऐसे ही एक व्यक्ति हैं.
अमेरिका गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि अगर आप प्रधानमंत्री को भगवान के बगल में बैठा दें तो वह भगवान को समझाना शुरू कर देंगे कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है.
उन्होंने कहा, ‘हम यह भी देख रहे थे कि किसी तरह राजनीतिक रूप से कार्य करना कठिन हो गया है और इसलिए हमने भारत के सबसे दक्षिणी सिरे से श्रीनगर तक चलने (भारत जोड़ो यात्रा) का फैसला किया.’
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि भारत जोड़ो यात्रा देश के भौगोलिक क्षेत्र को जोड़ने के बारे में नहीं है, ‘भारत जोड़ो यात्रा आपके दिलों में है.’
उन्होंने रेखांकित किया कि भारत जोड़ो सभी धर्मों का सम्मान करने और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के बारे में है. उन्होंने कहा कि भारत के सभी महान नेताओं ने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि किसी को भी इस धारणा के प्रभाव में नहीं रहना चाहिए कि वह सब कुछ जानता है.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी वैज्ञानिकों, इतिहासकारों, सेना एवं वायुसेना के अधिकारीयों को उनके विषयों में समझाते हैं कि उन्हें कैसे कार्य करना है ! सोचिये। …………
उन्होंने यह भी कहा कि आरएसएस और भाजपा भारत में राजनीति के सभी उपकरणों को नियंत्रित कर रहे हैं.
अमेरिका में कैलिफोर्निया के सांता क्लारा में प्रवासी भारतीयों की एक सभा को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरू करने से पहले उन्होंने महसूस किया कि राजनीति में ऐतिहासिक रूप से उपयोग किए जाने वाले सामान्य उपकरण अब काम नहीं कर रहे हैं.
रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने कहा, ‘हम देख रहे हैं कि सामान्य उपकरण जो हम राजनीति के लिए इस्तेमाल करते थे, जैसे कि इस तरह की बातचीत, सार्वजनिक बैठकें, अब काम नहीं कर रही हैं. भारत में राजनीति करने के लिए हमें जितने भी उपकरणों की जरूरत थी, उन पर बीजेपी और आरएसएस का नियंत्रण हो गया है.’
उन्होंने कहा कि भारत में लोगों को धमकाया जाता है और उन पर (जांच) एजेंसियों का इस्तेमाल किया जाता है.
उन्होंने कहा, ‘हम यह भी देख रहे थे कि किसी तरह राजनीतिक रूप से कार्य करना कठिन हो गया है और इसलिए हमने भारत के सबसे दक्षिणी सिरे से श्रीनगर तक चलने (भारत जोड़ो यात्रा) का फैसला किया.’