
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिनेश प्रताप सिंह ने राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद में विभागीय अधिकारियों के साथ वित्तीय वर्ष 2025-26 के गतिमान कार्यों की समीक्षा बैठक की।
सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के कुशल मार्गदर्शन में मंडी परिषद द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 में गत वर्ष की अपेक्षा कुल आय में उल्लेखनीय वृद्धि की गई। उन्होंने बताया कि मंडी शुल्क की दर में कमी करने के बावजूद भी पिछले वर्ष 2023-24 की अपेक्षा इस वर्ष 2024-25 में कुल आय लगभग 278 करोड़ रुपये अधिक हुई है, जो कि पिछले वर्ष से 16.17 प्रतिशत अधिक है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 1994.50 करोड़ रुपये की कुल आय हुई है, जो कि गत वर्ष की आय 1716.87 करोड़ रुपये थी। उन्होंने बताया कि मंडी परिषद में यह उपलब्धि ई-मण्डी पोर्टल, ई-लाइसेंस आदि के लागू करने से प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप प्रसंस्करण क्षेत्र में व्यापारियों को मंडी शुल्क एवं विकास सेस में लगभग 265 करोड़ की छूट प्रदान की गई है।
उद्यान मंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मण्डियों में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाए और किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य समय पर प्राप्त हो। उन्होंने कहा कि मण्डियों में साफ-सफाई, पेयजल, शौचालय एवं लोडिंग-अनलोडिंग की सुविधाओं को प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने ई-मण्डी प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने की बात कही, जिससे किसानों को सीधा लाभ मिल सके। उन्होंने बिचौलियों पर निगरानी रखने और सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य करने के निर्देश दिए।
बैठक में मण्डी परिषद के निदेशक इन्द्र विक्रम सिंह, संयुक्त निदेशक सचिन सिंह, चीफ इंजीनियर गिरधारी लाल, उप निदेशक चंदन पटेल सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।