अनुपूरक न्यूज एजेंसी, बांकी मोंगरा (कोरबा)। कोरबा जिले में कोरबा नगर निगम को विभाजित कर बांकी मोंगरा नगर पालिका परिषद का गठन किया गया है। इस पालिका में कोरबा नगर निगम के निर्वाचित पार्षदों को छोड़कर राज्य की भाजपा सरकार द्वारा भाजपा समर्थकों का मनोनयन कर दिया गया है, जो पूरी तरह से अवैधानिक है। भाजपा सरकार के ऐसे तानाशाहीपूर्ण रुख से वार्डों का विकास कार्य ठप्प हो गया है और पालिका क्षेत्र के रहवासी बिजली, सड़क, पानी जैसे बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे है और पालिका के जिम्मेदार अधिकारी उदासीन है।मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने इन समस्याओं की ओर पालिका प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए आज नगर पालिका पर प्रदर्शन कर घेराव किया तथा वार्ड 63 मोंगरा के प्रभावित गांवों – बांकी बस्ती, मड़वाढोढा, पुरैना, मोंगरा बस्ती, गंगानगर, अवधनगर – में सड़क मरम्मत, पेयजल, स्ट्रीट लाइट, नाली मरम्मत जैसे मानवीय सुविधाओं से संबंधित विकास कार्यों को पूरा करने की मांग की।
माकपा पार्षद कंवर का आरोप- वार्डों का विकास कार्य हुआ बंद, 13 सितंबर को बांकी पालिका का घेराव
इस घेराव और प्रदर्शन का नेतृत्व माकपा पार्षद राजकुमारी कंवर ने किया। पालिका कार्यालय के तीन घंटे तक नागरिक घेराव के पालिका की सीएमओ ज्योत्सना टोप्पो कार्यालय से बाहर आने के लिए मजबूर हुई। उन्होंने समस्याओं को सुना, ज्ञापन लिया तथा बांकी खदान के पास से मड़वाढोढा तक जर्जर सड़क मरम्मत का कार्य तत्काल शुरू भी कराया। अन्य समस्याओं पर शीघ्र कार्यवाही करने का आश्वासन भी दिया।माकपा जिला सचिव प्रशांत झा ने भी आरोप लगाया है कि निर्वाचित पार्षदों को दरकिनार करके जिस तरह बांकी पालिका का गठन किया गया है उससे नगर सरकार की स्वायत्तता को ही चोट पहुंची है। उन्होंने कहा कि सत्ता की हवस में डूबी भाजपा अपने कृत्यों के जरिए अपना जन प्रतिनिधि चुनने वाली जनता जनार्दन का ही अपमान कर रही है। चूंकि मनोनीत पार्षद आम जनता के प्रति जिम्मेदार नहीं है, वार्डों में विकास कार्य पूरी तरह से ठप्प है। माकपा नेता ने कहा है कि माकपा हमेशा से राजनैतिक भेदभाव से ऊपर उठकर पिछड़े वार्डों के विकास के लिए अतिरिक्त प्रयास करने की पक्षधर रही है। कोरबा नगर निगम में पार्टी के निर्वाचित पार्षदों ने इसके लिए संघर्ष किया है। बांकी पालिका के गठन के बाद भाजपा की भेदभावपूर्ण नीति के खिलाफ भी माकपा संघर्ष करेगी।
घेराव में प्रमुख रूप से जवाहर सिंह कंवर, देव कुंवर कंवर, हुसैन, नंदलाल कंवर, संजय यादव, अजीत, मोहपाल, दीपक साहू, जय कौशिक, दामोदर श्याम, रमेश दास, सुमेंद्र सिंह कंवर एवं सभी वार्डों के रहवासी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।