सूर्योदय भारत समाचार सेवा : दिल्ली पुलिस ने पिछले साल 26 नवंबर को न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही एअर इंडिया की एक उड़ान की बिजनेस क्लास में बुजुर्ग महिला सहयात्री पर नशे की हालत में पेशाब करने के आरोपी शंकर मिश्रा को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया है। महिला द्वारा एअर इंडिया को दी गई शिकायत के आधार पर दिल्ली पुलिस ने चार जनवरी को आरोपी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। पुलिस उपायुक्त (हवाई अड्डा) रवि कुमार सिंह ने कहा, दिल्ली पुलिस के एक दल ने आईजीआईए मामले में आरोपी शंकर मिश्रा को बेंगलुरु से गिरफ्तार कर लिया है। उसे दिल्ली लाया गया है और मामले में जांच की जा रही है। आरोपी शख्स शंकर मिश्रा को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। दिल्ली की पटियाला हाउस अदालत ने मिश्रा को 21 जनवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया और कहा कि उनकी जमानत की सुनवाई 11 जनवरी को होगी। पुलिस ने मिश्रा की तीन दिन की हिरासत मांगी थी, लेकिन अदालत ने यह कहते हुए अनुरोध को खारिज कर दिया कि बिना उचित पुलिस हिरासत नहीं दी जा सकती। पुलिस ने अदालत को बताया कि मिश्रा एयर इंडिया की उड़ान के दो कैप्टन और तीन केबिन क्रू को फोन कर रहे थे और उनसे भी पूछताछ की जानी है।
एअर इंडिया में क्या घटना हुई थी ?
यह घटना 26 नवंबर को न्यूयॉर्क से दिल्ली जा रही एयर इंडिया की फ्लाइट एआई 102 में हुई थी। शराब के नशे में मिश्रा ने केबिन की लाइट बंद होने पर सत्तर साल की एक वरिष्ठ नागरिक महिला यात्री पर पेशाब कर दिया। महिला ने टाटा समूह के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन को पत्र लिखकर अपनी निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि केबिन क्रू स्थिति के प्रति अत्यधिक असंवेदनशील थे।
शंकर मिश्रा नौकरी से बर्खास्त
बाद में, वेल्स फ़ार्गो, जिस कंपनी में मिश्रा कार्यरत थे, ने उनकी सेवाएं समाप्त कर दीं। शंकर मिश्रा ने वेल्स फारगो के भारत अध्याय के उपाध्यक्ष के रूप में कार्य किया, जो एक अमेरिकी वित्तीय सेवा इकाई है, जिसका मुख्यालय कैलिफोर्निया में है।
एयर इंडिया ने शंकर मिश्रा पर लगाए प्रतिबंध
एयर इंडिया ने मिश्रा पर 30 दिन की यात्रा प्रतिबंध भी लगाया और जांच के लिए एक आंतरिक जांच शुरू की गई है कि क्या चालक दल द्वारा स्थिति को संभालने में चूक हुई थी। शंकर मिश्रा पुलिस से फरार था और भौतिक, इलेक्ट्रॉनिक के साथ-साथ डिजिटल माध्यमों से उसकी गतिविधियों पर नज़र रखने के दिनों के बाद ही पुलिस ने उसे बेंगलुरु में गिरफ्तार किया। मिश्रा पर धारा 294 (सार्वजनिक स्थान पर अश्लील हरकत), 354 (महिला की लज्जा भंग करने के इरादे से उस पर हमला या आपराधिक बल), 509 (शब्द, इशारा या किसी महिला की लज्जा भंग करने का इरादा) और 510 (दुर्व्यवहार) भारतीय दंड संहिता (IPC) के साथ-साथ विमान नियमों के तहत एक शराबी व्यक्ति द्वारा सार्वजनिक रूप से) के तहत आरोप लगाए गए थे।
चालक दल के तीन सदस्य जांच में शामिल होने थाने पहुंचे
एअर इंडिया के एक विमान में नशे में धुत एक यात्री के महिला सहयात्री पर कथित तौर पर पेशाब करने के मामले में विमानन कंपनी के चालक दल के तीन सदस्य यहां इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा थाने में जांच में शामिल हुए। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि चालक दल के नौ सदस्यों को बुलाया गया था, जिनमें से तीन ने शनिवार सुबह अपने बयान दर्ज कराए। अधिकारी ने कहा कि उनके बयानों से पुलिस को पिछले साल नवंबर में विमान में हुई कथित घटना की कड़ी को स्थापित करने में मदद मिलेगी। उन्हें शुक्रवार को बुलाया गया था, लेकिन चूंकि वे शहर में उपलब्ध नहीं थे, इसलिए पुलिस ने उन्हें शनिवार को जांच में शामिल होने के लिए कहा।
एअर इंडिया के सीईओ ने पेशाब करने की घटना के लिए माफी मांगी
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एअर इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कैंपबेल विल्सन ने नवंबर में न्यूयॉर्क से आई एक उड़ान में एक पुरुष यात्री द्वारा महिला सहयात्री पर पेशाब करने की घटना के लिए शनिवार को माफी मांगी और कहा कि चालक दल के चार सदस्यों तथा एक पायलट को जांच पूरी होने तक ड्यूटी से हटा दिया गया है तथा एअरलाइन विमान में शराब परोसने की अपनी नीति की समीक्षा कर रही है। घटना से उचित तरीके से न निपटने के लिए आलोचनाओं के बीच विल्सन ने एक बयान में कहा कि एअरलाइन इस मामले से बेहतर तरीके से निपट सकती थी और उन्होंने ऐसे अनुचित व्यवहार की शिकायत करने के लिए मजबूत तंत्र बनाने का वादा किया।
पायलट ने सीट के लिए महिला को दो घंटे इंतजार कराया
एअर इंडिया की 26 नवंबर को न्यूयॉर्क-दिल्ली उड़ान में एक यात्री द्वारा एक महिला सहयात्री पर कथित तौर पर पेशाब किये जाने के मामले में एक अन्य सहयात्री ने अपनी शिकायत में कहा है कि पायलट ने पीड़िता को एक नई सीट आवंटित करने से पहले लगभग दो घंटे तक इंतजार कराया। अमेरिका में ऑडियोलॉजी के डॉक्टर सौगत भट्टाचार्जी दिल्ली जाने वाली उड़ान की ‘बिजनेस क्लास’ में आरोपी के बगल वाली सीट पर बैठे थे। भट्टाचार्जी ने एयरलाइंस को एक हस्तलिखित शिकायत में कहा कि प्रथम श्रेणी में चार सीटें खाली होने के बावजूद पीड़ित यात्री को उसकी गंदी सीट पर ही वापस जाने के लिए मजबूर किया गया। शिकायत में भट्टाचार्जी ने कहा कि वह ‘बिजनेस क्लास’ की पहली पंक्ति में 8ए (विंडो) पर आरोपी शंकर मिश्रा के बगल में बैठे थे और मिश्रा सीट 8सी पर थे।