राहुल यादव : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्रीय रोजगार मेले को संबोधित किया तथा विभिन्न सरकारी विभागों और संगठनों में नवनियुक्त कर्मियों को लगभग 71,000 नियुक्ति पत्र वितरित किए।
सभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री ने सभी नवनियुक्त कर्मियों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि पिछले 9 वर्षों में, सरकार ने भर्ती प्रक्रिया को प्राथमिकता दी है और इसे तेज़, पारदर्शी एवं निष्पक्ष बनाया है। भर्ती प्रक्रिया में आने वाली कठिनाइयों को याद करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि कर्मचारी चयन बोर्ड, नई भर्तियों को शामिल करने में मोटे तौर पर 15-18 महीने का समय लेता था, जबकि आज इसमें केवल 6-8 महीने लगते हैं। उन्होंने रेखांकित किया कि पहले की कठिन भर्ती प्रक्रिया में आवेदन पत्र आमंत्रित किये जाते थे और फिर इन्हें डाक के माध्यम से जमा किया जाता था, लेकिन अब इसे ऑनलाइन प्रक्रिया के जरिये सरल बनाया गया है, जिसके लिए दस्तावेजों के स्व-सत्यापन का प्रावधान भी पेश किया गया है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि समूह ‘सी’ और समूह ‘डी’ के लिए साक्षात्कार भी समाप्त कर दिए गए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले 9 वर्षों में, नौकरियों की प्रकृति में अत्यधिक बदलाव देखा गया है, जहां देश के युवाओं के लिए नए क्षेत्र उभरकर सामने आये हैं। प्रधानमंत्री ने दोहराया कि केंद्र सरकार इन नए क्षेत्रों को निरंतर समर्थन प्रदान कर रही है और उस स्टार्टअप क्रांति को रेखांकित किया, जिसे देश ने देखा है। उन्होंने बताया कि देश में स्टार्टअप्स की संख्या 2014 के पहले के 100 से बढ़कर आज 1 लाख से अधिक हो गई है, जिनसे 10 लाख से अधिक युवाओं को रोजगार मिला है।
संबोधन का समापन करते हुए प्रधानमंत्री ने देश में चल रहे विकास के महायज्ञ में नवनियुक्त कर्मियों की भूमिका को रेखांकित किया, जिसके तहत अगले 25 वर्षों में विकसित भारत के संकल्पों को साकार किया जाना है। प्रधानमंत्री ने नवनियुक्त कर्मियों से इस अवसर का पूरा उपयोग करने का आग्रह किया और आईजीओटी कर्मयोगी मॉड्यूल, जो एक ऑनलाइन शिक्षण प्लेटफार्म है, के माध्यम से अपने कर्मचारियों के कौशल विकास पर सरकार के जोर पर प्रकाश डाला।
केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास तथा अल्प संख्यक मामलों की मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन इरानी ने सरकारी नौकरियों में आ रहे युवाओं का आवहन किया है कि वे अपने विभाग से संबंधित सुविधाओं और व्यवस्थाओं की जानकारी आम लोगों तक पहुचायें । उन्होने कहा कि सरकारी सेवा के दौरान कर्मचारियों और अधिकारियों के पास समाज के विभिन्न वर्गाे से एक नयी सोच वाले लोग आयेगे जिनकी नयी आपेक्षाएं होगी, ऐसे में यह अधिकारियों का दायित्व बनता है कि सरकारी व्यवस्था में लोगो को क्या क्या सुविधा मिल सकती है इस बात की जानकारी उन्हे उपलब्ध करा दे तो इससे देश के नागरिकों का हौसला बढ़ेगा और उनका सम्मान भी होगा । श्रीमती ईरानी लखनऊ के इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में मंगलवार को रोजगार मेला के अन्तर्गत आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम में नवनियुक्तों को संबोधित कर रही थी । गौरतलब है कि आज प्रधामंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश भर में 45 से अधिक स्थानों पर आयोजित रोजगार मेेला में 71 हजार युवाओं को विभिन्न सरकारी विभागों के लिए नियुक्ति पत्र वितरित किए गए । उत्तर प्रदेश में लखनऊ सहित पॉच स्थानों वाराणसी, गोरखपुर, मुरादाबाद और आगरा में रोजगार मेेलों में केन्द्रीय मंत्रियों की उपस्थिति में नियुक्ति पत्रों का वितरण किया गया।
श्रीमती ईरानी ने नवनियुक्त कर्मचारियों/अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि वे किसी भी सरकारी सेवा में कार्य करते हुए वही पर राष्ट्र को संरक्षित करने का कार्य कर सकते है। उन्होने डाक विभाग की कुशल और तीव्र कार्यप्रणाली की प्रंशसा करते हुए आवहन किया कि यहां कार्य करने वाले अधिकारी विभिन्न बचत योजनओं के माध्यम से महिलाओं का सरक्षण, संवर्धन और सशक्तिकरण अवश्य करे । उन्होन लोकसेवको से पूरे मन से सरकारी सेवा में रह कर जनमानस की सेवा करने का आव्हान किया । उन्होने कहा कि नियुक्ति पाये हुए लोगो में से कई को निजी क्षेत्र में बहुत अच्छी नौकरियां मिल सकती थी लेकिन उन्होने सरकारी क्षेत्र ओर राष्ट्र सेवा को प्राथमिकता दी है । केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि 10 लाख युवाओ को रोजगार देने की श्रृखला में देशभर में आज 71 हजार युवाओ को सरकारी नौकरियों के लिए नियुक्ति पत्र वितरित किए जा रहे है जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होने कहा कि युवाओ ने राष्ट्र सेवा को चुना और राष्ट्र के प्रति उनका समर्पण प्रेरणादायक है।