राहुल यादव, लखनऊ।
एक ओर जहां लॉक डॉउन के चलते प्रवसी श्रमिकों की उत्तर प्रदेश वापसी को लेकर पिछले कुछ दिनों से प्रदेश की सियासत गरम है। तो वहीं उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार का पूर्ण विश्वास के साथ कहना है कि प्रदेश सरकार अपने सभी प्रवासी श्रमिकों व कामगारों को सम्मानजनक ढंग से सुरक्षित और सकुशल प्रदेश वापस लाएगी। प्रवासी कामगारों व श्रमिक की सकुशल वापसी के लिए यूपी सरकार अब तक 1000 श्रमिक स्पेशल ट्रेनों से लगभग 16 लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित व सम्मानजनक तरीके से वापस ला चुकी है।
इतनी ही नहीं 27000 बसों के साथ यूपी सरकार पहले ही दिन से लोगों की सेवा में जुटी हुई है।
राज्य परिवहन की 12,000 बसों से भी छह लाख से ज्यादा प्रवासी श्रमिक/कामगार घरों तक पहुंचाए जा चुके हैं।
साथ ही प्रदेश में हर जिलाधिकारी को भी अलग से दो-दो सौ बसें यानी कुल 15,000 बसें दी गई हैं।
विभिन्न राज्यों से प्रवासी कामगारों व श्रमिकों को उत्तर प्रदेश वापस लेकर आ रहीं श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की संख्या आज एक हजार पार कर गई है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ने प्रवासी कामगारों/श्रमिकों की सुरक्षित एवं सम्मानजनक प्रदेश वापसी के निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार सभी प्रवासी कामगारों और श्रमिकों को ट्रेनों से निःशुल्क ला रही है।
इस ट्रेनों का किराया राज्य सरकार स्वयं वहन कर रही है।
श्रमिक स्पेशल ट्रेनों के संचालन का सिलसिला अभी आने वाले समय में भी जारी रहेगा।