अशाेक यादव, लखनऊ। देश के कई राज्यों में कोरोना वायरस की दूसरी और तीसरी लहर आ गई है। वहीं इस महामारी के खिलाफ रूस की वैक्सीन स्पूतनिक-V का मानव परीक्षण इस हफ्ते के मध्य में भारत में शुरू होने की संभावना है।
एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि विशेष रूप से अनिवार्य नियामक अनुमोदन, मानव परीक्षणों के लिए शुरू करने के लिए सभी आवश्यक चीजें तैयार हैं। यह इस सप्ताह शुरू होने की संभावना है।
डॉ. वीके पॉल, सदस्य (स्वास्थ्य), नीति आयोग ने भी पिछले मंगलवार को इसकी पुष्टि की थी। उन्होंने कहा कि चरण II और III का एक संयुक्त परीक्षण होगा। हमें दवा नियामकों से अनुमति मिल गई है और परीक्षण अगले सप्ताह तक शुरू हो जाएगा।
मॉस्को स्थित गामालेया संस्थान ने स्पुतनिक-वी विकसित किया है। रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (आरडीआईएफ) ने देश में अपने वैक्सीन उम्मीदवार के परीक्षण और वितरण के लिए हैदराबाद में मुख्यालय स्थित एक भारतीय बहुराष्ट्रीय दवा कंपनी डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज के साथ एक समझौता किया था। आरडीआईएफ डॉ. रेड्डी की प्रयोगशालाओं को वैक्सीन की 100 मिलियन खुराक की आपूर्ति करनी है।
रूस ने विश्व स्वास्थ्य संगठन को त्वरित पंजीकरण – आपातकालीन उपयोग सूचीकरण के लिए और अपने टीके उम्मीदवार के प्रीक्वालीफिकेशन के लिए आवेदन भी प्रस्तुत किया है। डब्लूएचओ दवाओं की गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रभावकारिता का आकलन करने वाली एक वैश्विक पहल है, जो मेडिसिन प्रोग्राम के प्रीक्वालिफिकेशन का प्रबंधन करता है।
वहीं मॉडर्ना ने भी वैक्सीन की कीमतों का ऐलान कर दिया है। कंपनी के मुताबिक, भारत में वैक्सीन की कीमत 1800 से लेकर 2800 रुपए तक होगी। अमेरिकी फार्मा कंपनी ने बताया कि एक खुराक की कीमत के लिए आपको 25 से लेकर 37 डॉलर देने पड़ सकते हैं।