अशाेक यादव, लखनऊ। मथुरा जनपद के एक मंदिर में कथित तौर पर नमाज पढ़ने वाले फैजल खान का सोमवार को दिल्ली के जामिया नगर में होने का पता चला और उत्तरप्रदेश पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीश चंद्र ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें अलग-अलग ठिकानों पर भेजी गई थीं। इनमें से एक टीम ने फैजल खान को दिल्ली स्थित जामिया नगर से हिरासत में लिया है।
हिरासत में लिए जाने के बाद से उससे पूछताछ की जा रही है कि आखिर ऐसा करने के पीछे उसका इरादा क्या था? उसने ऐसा किसके कहने पर किया?
मथुरा में बीते दिनों ब्रज चौरासी कोस की यात्रा करने वाले दल्लिी निवासी फैजल खान और उसके एक मित्र की नन्दगांव के नन्द भवन मंदिर परिसर में नमाज पढ़ने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर आयी थी। इस मामले में मंदिर के सेवायत कान्हा गोस्वामी ने ‘खुदाई खिदमतगार’ संस्था का सदस्य बताए जा रहे फैजल खान और तीन अन्य के खिलाफ दो सम्प्रदायों के बीच धार्मिक उन्माद फैलाने, धार्मिक आस्था और विश्वास को चोट पहुंचाने व उपासना स्थल को अपवत्रि करने जैसे आरोपों में नामजद मुकदमा दर्ज कराया। एक सवाल के जवाब में पुलिस अधीक्षक चंद्र ने बताया कि पूछताछ का दौर खत्म हो जाने के बाद ही तय किया जाएगा कि आरोपी को कब मथुरा लाना है।
गौरतलब है कि चार दिन पूर्व घटी इस घटना के बाद शनिवार को देर रात कौमी एकता मंच से जुड़े मधुवन दत्त चतुर्वेदी ने ‘प्रेम की मिसाल’ के तौर पर मंदिर में नमाज़ पढ़े जाने के चार फोटो पोस्ट किए गए तो रविवार को विवाद शुरू हो गया। कुछ लोगों ने संदेह जताया कि मंदिर में नमाज पढ़ने के पीछे इन लोगों की मंशा कुछ और ही रही होगी। मंदिर के सेवायतों व ब्राह्मण समाज के लोगों ने मिलकर मंदिर प्रांगण का गंगा-यमुना के जल से शुद्ध किया और बाकायदा हवन-यज्ञ कर शुद्धिकरण किया।
मंदिर के सेवायतों में वरष्ठि आचार्य हरिमोहन गोस्वामी ने कहा, ‘फैजल की नन्दलाला के प्रति श्रद्धा-भक्ति तो हमें समझ आती है, परंतु नमाज़ अदा करते हुए फोटो डालना पाखण्ड जान पड़ता है। गोस्वामी समाज इस कृत्य की घोर निंदा करता है। इससे भी जरूरी बात यह है कि इस सबके पीछे इन लोगों का कोई छिपा मकसद भी हो सकता है।