
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि आयकर विभाग को अब आयकरदाताओं का सम्मान करना होगा। उन्होंने कहा कि आयकरदाताओं को अब शक की निगाह से नहीं बल्कि सम्मान की दृष्टि से देखना होगा।
प्रधानमंत्री ने यह बात यहां ‘ट्रांसपेरेंट टैक्सेशन, ऑनरिंग द ऑनेस्ट ‘ यानी पारदर्शी कराधान, ईमानदारों का सम्मान नाम से एक प्लेटफॉर्म लांच करने के मौके पर कही।
उन्होंने कहा कि देश में संरचनात्मक सुधार से नई दिशा मिली है और प्रक्रियाओं की जटिलताओं के साथ-साथ देश में कर में भी कटौती की गई है। मोदी ने कहा कि विगत छह साल में 1500 से अधिक कानून को हटाया गया है।
मोदी ने गुरूवार को ट्रांसपेरेंट टैक्सेशन ऑनरिंग द ऑनेस्ट यानी पारदर्शी कराधान ईमानदारों का सम्मान नाम से एक प्लेटफॉर्म लांच किया। प्रधानमंत्री ने पारदर्शी कर व्यवस्था के लिए एक नए मंच का शुभारंभ किया है जो केंद्र सरकार की ओर से किए जा रहे कर सुधार के कार्यक्रमों में एक नया कदम है।
वित्तंत्रालय की ओर से विगत वर्षों के दौरान आयकर विभाग ने कर संबंधी कई बड़े सुधार किए हैं। मसलनए पिछले साल कॉरपोरेट कर की दरों में कटौती की गई। कॉरपोरेट कर की दर 30 फीसदी से घटाकर 22 फीसदी कर दी गई जबकि नये विनिर्माण इकाइयों के लिए 15 फीसदी कर दी गई। लाभांश वितरण कर को भी समाप्त कर दिया गया।
इसके अलावा प्रत्यक्ष कर कानून को सरल बनाने का भी प्रयास किया गया है। आयकर विभाग की कार्यप्रणाली को सक्षम और पारदर्शी बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं जिनमें डॉक्यूमेंट आइडेंटिफिकेशन नंबर (डीआईएन) को लागू करना शामिल है। इसमें विभाग की ओर से सारे पत्राचार यानी कम्युनिकेशन में अधिक पारदर्शिता लाना शामिल है।