राहुल यादव, लखनऊ। रविवार को यूपीडा के मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्यों की समीक्षा की । अवस्थी ने बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण 31 अगस्त, 2020 तक करने के निर्देश दिए । अवस्थी ने कहा कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे के मार्ग में आने वाली सभी बिजली की लाइनों को बरसात से पूर्व ही हटा लिया जाए तथा यह भी सुनिश्ति करें कि इस कार्य को करने के दौरान एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य में कोई रुकावट उत्पन्न न हो । अवस्थी ने बताया कि एक्सप्रेसवे का निर्माण करने के लिए धन की पर्याप्त व्यवस्था है इसलिए कम्पनियां जून माह के अंत तक अधिक से अधिक कार्य सम्पन्न कर बिल यूपीडा के समक्ष प्रस्तुत करें । इसके साथ ही इस बैठक में पैकेजवार मजदूरों की कमी को लेकर चर्चा हुयी, जिस पर अवस्थी ने प्रवासी श्रमिकों को अधिक से अधिक रोजगार देने की बात कही । इसके अतिरिक्त अवनीश अवस्थी ने कहा कि एक्सप्रेसवे के निर्माण के सभी डिजाइनों एवं अन्य विभागों से NOC लेने का कार्य 30 जून , 2020 तक पूर्ण कर लिया जाए ।इसके साथ ही पर्यावरण सम्बंधी सभी शर्तों का अनुपालन करने एवं एक्सप्रेसवे के निर्माण से जनमानस को कोई परेशानी न हो इस बात का भी ध्यान रखा जाए ।
उल्लेखनीय है कि बुन्देलखण्ड एक्सप्रेसवे जनपद चित्रकूट में भरतकूप के पास से प्रारम्भ होकर जनपद बांदा , महोबा , हमीरपुर , जालौन , औरैया होते हुए आगरा – लखनऊ एक्सप्रेसवे पर राष्ट्रीय राजमार्ग सं0-91 ( इटावा – बेवर मार्ग ) से लगभग 16 किमी 0 पूर्व कुदरैल गाँव के पास समाप्त होगा । इस एक्सप्रेसवे की लम्बाई 296.07 किमी 0 है जिसका निर्माण 6 पैकेजों में किया जा रहा है । यह एक्सप्रेसवे 04 लेन चौड़ा ( 06 लेन में विस्तारणीय ) होगा । दिनांक 31 मई , 2020 तक एक्सप्रेसवे के निर्माण का 5 प्रतिशत भौतिक कार्य पूर्ण कर लिया गया है तथा जून माह के अंत तक 10 प्रतिशत कार्य पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है ।
बैठक में यूपीडा के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ई.पी.सी. कान्ट्रैक्टर्स , पी.आई.यू. एवं अथॉरिटी इन्जीनियर्स भी मौजूद थे ।