अशोक यादव, लखनऊ। लॉकडाउन के दौरान बनारस में 17 दिन बिताने के बाद तमिलनाडु पहुंची दो महिला तीर्थयात्रियों की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई है। कारण, यहां से रवानगी के दौरान सभी की जांच निगेटिव थी।
मगर वहां पहुंचने पर जांच की गई तो दो महिलाएं संक्रमित पाई गईं। देर शाम जानकारी मिलने के बाद वाराणसी स्वास्थ्य विभाग की टीम चौकीघाट स्थित उस मठ में पहुंच गई जहां पर महिलाएं ठहरी थीं।
मठ में रहने वाले सभी व्यक्तियों की थर्मल स्कैनिंग करने के साथ ही पूरे मठ को सेनेटाइज किया गया। पिछले माह सैकड़ों तीर्थयात्री बनारस आए थे।
लॉकडाउन के दौरान सभी बनारस में ही फंस गए। इनमें तमिलनाडु के तीर्थयात्री चौकीघाट स्थित कुमार स्वामी मठ में रुके हुए थे। पांच दिन पहले तीर्थयात्रियों को बस से तमिलनाडु भेजा गया।
उनके साथ बस का चालक, क्लीनर एवं मठ के सामने स्थित एक रेस्टोरेंट संचालक भी था। तमिलनाडु पहुुंचते ही सभी की जांच की गई। इनमें दो महिलाएं कोरोना पाजिटिव निकलीं।
देर शाम जिला प्रशासन को दो महिला तीर्थयात्रियों के कोरोना पाजिटिव मिलने की जानकारी मिली तो हड़कंप मच गया।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मठ में मौजूद सभी सदस्यों की थर्मल जांच के बाद मठ के सामने रहने वाले रेस्टोरेंट संचालक, बस चालक एवं क्लीनर की थर्मल जांच के बाद क्वारंटीन कर दिया है।
बनारस में निगेटिव और तमिलनाडु में पॉजिटिव होने के बाद चर्चा यह भी है कि बस चालक ने रास्ते में कुछ लोगों को बैठाया था। आशंका है कि उन्हीं लोगों के जरिए संक्रमण फैला। स्वास्थ्य विभाग की टीम चेन खंगलाने में जुटी हुई है।
मामला प्रकाश में आने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मठ में करीब 25 लोगों का स्क्रीनिंग किया है। इनमें जो लोग गंभीर होंगे उनका सैंपल लिया जाएगा।