नई दिल्ली। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमला बोला है। खबरों के मुताबिक गुजरात के केवड़िया में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘मैं अपने लिबरल वामपंथी दोस्तों को कहना चाहता हूं कि हमें हराएं और अपनी सरकार बना लें। आप हमें सेक्यूलरिज्म, समावेश और मानवाधिकार नहीं सिखा सकते। क्या आपने कभी आतंकवाद के शिकार लोगों के मानवाधिकार की बात की या फिर कट्टरपंथी हिंसा के शिकार लोगों के मानवाधिकार की बात की? कभी नहीं।’
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लोग सीएए को लेकर कागज न दिखाने की बात कहते हैं, लेकिन अयोध्या में राम के जन्म के सबूत मांगते हैं। उनका कहना था, ‘यह पाखंड और बेईमानी है।’
उससे पहले रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को यह भी कहना था कि उनकी सरकार को कांग्रेस से राजधर्म की नसीहत लेने की जरूरत नहीं है और पार्टी को खुद आईना देखना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का इतिहास वोट बैंक की राजनीति के आसपास घूमता रहा है। इससे एक दिन पहले कांग्रेस नेता दिल्ली हिंसा को लेकर केंद्र सरकार पर विफलता का आरोप लगाते हुए राष्ट्रपति के पास गए थे। उन्होंने राष्ट्रपति से राजधर्म की रक्षा का अनुरोध किया था। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग भी की थी।