
सूर्योदय भारत समाचार सेवा, गोरखपुर : पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न स्टेशनों से देश के महानगरों एवं अन्य प्रमुख नगरों के लिये यात्रा करने वाले आरम्भिक यात्रियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। होली त्यौहार के अवसर पर यात्रियों की माँग को ध्यान में रखते हुये, रिकॉर्ड संख्या में त्यौहार विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
होली त्यौहार के उपरान्त यात्रियों को उनके गंतव्य तक वापसी हेतु बढ़ती माँग को देखते हुये पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न स्टेशनों से देश के महानगरों एवं अन्य प्रमुख नगरों के लिये 46 त्यौहार विशेष ट्रेनें 198 फेरों में चलाई जा रही हैं। इसके अतिरिक्त पूर्वोत्तर रेलवे के विभिन्न स्टेशनों से होकर देश के प्रमुख नगरों के लिये 40 त्यौहार विशेष ट्रेनें 184 फेरों में चलाई जा रही हैं अर्थात पूर्वोत्तर रेलवे के स्टेशनों से/होकर कुल 86 त्यौहार विशेष ट्रेनें 382 फेरों में चलाई जा रही हैं। इन विशेष ट्रेनों से यात्रा का विकल्प चुनकर रेल यात्री अपनी यात्रा को सुगम एवं आनन्ददायक बना सकते है।
स्टेशनों पर यात्रियों की सुविधा के लिये व्यापक प्रबन्ध किये गये हैं। रेलवे सुरक्षा बल (आर.पी.एफ.) द्वारा यात्रियों को कतारबद्ध तरीके से ट्रेन में प्रवेश कराया जा रहा है। फुट ओवर ब्रिज (एफ.ओ.बी.) एवं भीड़भाड़ वाले स्थानों पर आर.पी.एफ. के जवान एवं वाणिज्य विभाग के कर्मचारी तैनात किये गये हैं। होली पर्व पर यात्रियों के अतिरिक्त आवागमन को देखते हुये भीड़ प्रबन्धन के लिये प्रमुख स्टेशनों पर यात्री होल्डिंग एरिया बनाये गये हैं। गोरखपुर जं. रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा हेतु दो होल्डिंग एरिया बनाये गये है। पैसेन्जर होल्डिंग एरिया में पीने के पानी एवं साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराई गई है तथा यात्रियों को टिकट लेने की सुविधा को सुगम बनाने हेतु स्टेशन के प्रत्येक प्रवेश द्वार पर ए.टी.वी.एम. मशीन लगाया गया है। भीड़ को नियंत्रित करने हेतु प्रवेश द्वार पर टिकट चेकिंग स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है तथा उद्घोषित किया जा रहा है कि प्लेटफार्म पर टिकट लेकर ही प्रवेश करें। इसी प्रकार छपरा एवं बलिया रेलवे स्टेशनों पर भी यात्रियों के लिए पैसेन्जर होल्डिंग एरिया बनाये गये हैं।
यात्रियों से अपील है कि यात्रा कार्यक्रम बनाते समय विशेष ट्रेनों में नियमित ट्रेनों के अतिरिक्त भी बर्थों की उपलब्धता की अवश्य जाँच कर लें। यात्रीगण ट्रेनों की टाइमिंग, डायवर्जन इत्यादि की जानकारी एन.टी.ई.एस. मोबाइल ऐप अथवा वेब पोर्टल पर प्राप्त कर सकते हैं।