सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नये भारत के नये उत्तर प्रदेश में आये व्यापक बदलाव एवं मजबूत अर्थव्यवस्था को देखते हुए सभी अधिकारी निर्माण परियोजनाओं, जो अब भी पूरी नहीं हुई हैं, उनकों युद्धस्तर पर कार्य करते हुए पूरा करें। उन्होंने यह भी कहा कि परियोजनाओं के विलम्ब के लिए उत्तरदायी अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कार्यदायी संस्थाओं को निर्देश दिये कि स्वीकृत परियोजनाओं में आगणन के समय जो डिजाइन स्वीकृति की गई है, उन्ही के अनुसार कार्य कराया जाए। उन्होंने कामदगिरी परिक्रमा मार्ग पर खुरदरी टाइल्स अथवा पत्थर लगाने के निर्देश दिए।
पर्यटन मंत्री बुधवार यहां पर्यटन भवन के सभागार में पर्यटन विभाग की विभिन्न सेक्टरों में अर्जित की गई उपलब्धियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी द्वारा वन ट्रिलियन डॉलर इकोनामी के संकल्प को पूरा करने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा एक बहुउद्देशीय पर्यटन नीति जारी की गई है, जिसके तहत अवस्थापना सुविधाओं के विकास हेतु उद्यमियों, निवेशकों द्वारा इकाई की स्थापना के लिए दिए आवेदनों को पंजीकृत किया गया है, जिसके तहत 26805.68 करोड़ रुपये का निवेश एवं 48373 आवासीय कक्षों का निर्माण किया जायेगा। वर्तमान वित्तीय वर्ष में 2024-25 में 24 अप्रैल तक 463 पंजीकृत इकाईयों द्वारा 17854 आवासीय कक्षों का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है।
पर्यटन मंत्री ने पर्यटन स्थलों पर इतिहास लेखन के कार्य की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि 12 पर्यटन सर्किटों में स्थित प्राचीन एवं ऐतिहासिक पयर्टन स्थलों का पूर्ण विवरण जैसे इतिहास, मुख्य मार्ग से दूरी, अवस्थापना सुविधाएं, स्थल की लोकप्रियता आदि के बारे में पूरा विवरण अंकित किया जाए। उन्होंने राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाले ट्रेवलमार्ट्स में विभाग की प्रतिभागिता के बारे में समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि विदेशों में लगने वाले ट्रेवलमार्ट्स में उत्तर प्रदेश की दमदार उपस्थिति होनी चाहिए। उन्होंने 04 से 06 मार्च, 2025 तथा 18 से 20 मार्च, 2025 को आयोजित होने वाले बर्लिन तथा रूस में सफलता प्राप्त करने के लिए सभी तैयारियां समय से पूर्ण कर लें। उन्होंने विंध्य, अयोध्या, ब्रजतीर्थ, चित्रकूटधाम, तथा देवीपाटन, शुक्रतीर्थ एवं नेमिषारण्य विकास परिषदों के कार्य कलापों के विषय में समीक्षा की।
जयवीर सिंह ने वर्तमान वित्तीय वर्ष में आयोजित महोत्सवों के कार्यों, राही पर्यटक आवास गृहों की पीपीपी मोड पर दिए जाने की अद्यतन स्थिति, उपयोग तथा हानि-लाभ, किराया, अयोध्या में पर्यटन थाना की स्थापना, रिक्त एवं नवसृजित पदों पर भर्ती की प्रगति, लम्बित जांचों की स्थिति आदि के बारे में विस्तार से समीक्षा की। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों के पास विभागीय जांच सौंपी गई है वह जनपद से लेकर मुख्यालय तक समन्वय बनाकर जांच रिपोर्ट शीघ्र से शीघ्र प्रस्तुत करें। बैठक में मौजूद प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम ने पर्यटन विभाग की समस्त गतिविधियों की जानकारी दी और वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम से निर्देशित किया।
इस अवसर पर विशेष सचिव पर्यटन सुश्री ईशा प्रिया, उत्तर प्रदेश पर्यटन विकास निगम की एमडी सुश्री सान्या छाबड़ा, निदेशक पर्यटन प्रखर मिश्र, उप निदेशक दिनेश, कल्याण सिंह तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।