अनुपूरक न्यूज एजेंसी, पटना। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश प्रवक्ता अरुण कुमार यादव ने कहा कि राज्य के सरकारी शिक्षकों को प्रताड़ित करने के उद्देश्य से नीतीश सरकार ने एक सोची समझी रणनीति के तहत जानबूझकर बिल्कुल गलत तरीके से शिक्षक स्थानांतर नीति बनाई थी। जोकि पटना हाईकोर्ट के द्वारा ट्रांसफर पोस्टिंग पर रोक लगाने के बाद शिक्षा मंत्री सुनील कुमार द्वारा ट्रांसफर पॉलिसी स्थगित करने की घोषणा से स्पष्ट हो गया।राजद प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश सरकार ने शिक्षक और शिक्षा व्यवस्था को हँसी का पात्र बना दिया है। राज्य सरकार को सरकारी शिक्षकों के स्थानांतरण नीति को शिक्षकों के हितों को देखते हुए सहज, सुगम एवं बेहतर बनाना चाहिए। ताकि राज्य के शिक्षक पूरी तन्मयता से शिक्षण कार्य कर सकेंगे। राजद प्रवक्ता ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जी ने महागठबंधन सरकार में 17 महीनों के सेवाकाल में अपने प्रण अनुरूप 5 लाख से अधिक सरकारी नौकरियां दी, सिर्फ शिक्षा विभाग में 2 लाख 19 हजार शिक्षकों की बहाली हुई, 4 लाख से अधिक नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा दिया गया, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर बल दिया गया था। वहीं एनडीए की सरकार बनते ही राज्य सरकार द्वारा शिक्षकों को विभिन्न तरह से प्रताड़ित करने लगी हुई है, जिसके कारण राज्य की शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो गया है।
नीतीश सरकार ने शिक्षक और शिक्षा व्यवस्था को हँसी का पात्र बना दिया है : अरुण यादव
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