सूर्योदय भारत समाचार सेवा, लखनऊ : युवाओं की दुनिया एवं नेहरू युवा केंद्र, लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में युवा संवाद इंडिया@2047 का आयोजन इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय क्षेत्रीय केंद्र, लखनऊ में किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि विशेष सचिव युवा कल्याण विभाग कुमार प्रशांत ने कहा कि युवा एक मानसिक अवधारणा है यदि कोई व्यक्ति मानसिक रूप से मजबूत है तो वहां पर युवा है हमें माननीय प्रधानमंत्री जी के पंच वर्णों के माध्यम से वर्ष 2047 तक भारत को विकसित देश बनाना है। यह यह लक्ष्य भारत के सभी नागरिक एकजुट होकर ही प्राप्त कर सकते हैं। प्रत्येक नागरिक को अपना कार्य ईमानदारी व जिम्मेदारी के साथ करना चाहिए ग्रामीण भारत में नवाचार की अपार संभावनाएं हैं जिसमें फूड प्रोसेसिंग, दुग्ध उत्पादन, मोटे अनाज का उत्पादन आदि प्रमुख रूप से किए जा सकते हैं। हमें स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों का भारत बनाना है हमें अपनी विरासत को सजों कर रखना है ताकि आने वाले समय में हम गौरवान्वित हो सके।
विशिष्ट अतिथि उप महानिरीक्षक आइटीबीपी राज नारायण सिंह ने कहा कि युवा पंच प्रणों का पालन धृष्टता से करें जिससे विकसित राष्ट्र का सपना पूरा किया जा सके। हमें जानने की जिज्ञासा सदैव जीवित रखनी चाहिए। हमारी ज्ञान पिपासा नचिकेता की तरह होना चाहिए जिससे राष्ट्र का निर्माण हो सके।
उपमहानिरीक्षक सीआरपीएफ एसपी सिंह ने कहा कि युवा हरवा व्यक्ति है जो समाज में सकारात्मक बदलाव लाना चाहता है। युवा को उम्र की सीमा में बांधकर नहीं रखना चाहिए। राष्ट्र के विकास के लिए स्वस्थ रहना आवश्यक है जब हम स्वस्थ होंगे । तभी हमारा देश समृद्धि की ओर बढ़ेगा।
विशेष कार्य अधिकारी युवा कल्याण विभाग क सिंह ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति विशिष्ट है और प्रत्येक व्यक्ति को स्वयं को अपना आदर्श बनना चाहिए।
इग्नू की क्षेत्रीय निदेशक डॉक्टर मनोरमा सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि हमें अपनी क्षमता के अनुसार राष्ट्र निर्माण में योगदान देना चाहिए और अपने दायित्वों का निर्वहन लगन और निष्ठा से करना चाहिए।
सहायक निदेशक डॉ कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका अहम है। प्रत्येक युवा भारत का भविष्य है। हम अपनी लगन और जिम्मेदारी के द्वारा ही अमृतकाल के लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
नेहरू युवा केंद्र लखनऊ के जिला युवा अधिकारी विकास सिंह ने अमृत काल के पंच प्रण पर प्रकाश डालते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने विगत वर्ष 15 अगस्त के अवसर पर पंच प्रण की घोषणा की थी जिसके लक्ष्य 2047 तक निर्धारित किए गए हैं। इनको प्राप्त करने में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी।
व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण के लेखक अरविंद पांडेय ने बताया कि 5 ट्रिलियन डॉलर इकोनामी तभी संभव है जब देश के समस्त नागरिक इसमे अपनी जिम्मेदारी निभाएं।
लक्ष्मण एवं विवेकानंद पुरस्कार विजेता रविकांत मिश्रा ने युवाओं को संबोधित करते हुए बताया कि आप चाहे तो अपने जनपद अपने गांव में खेल मैदान सरकार की मदद से बना सकते हैं उसके लिए प्रयास आपको करने होंगे यह मैदान आरक्षित तो हैं सिर्फ और सिर्फ दस्तावेजों में प्रयत्न आपको करना होगा। वहीं एकल अभियान के युवा अध्यक्ष दुर्गेश त्रिपाठी ने संबोधित करते हुए कहा कि हमें विरासत में संस्कृति सनातन धर्म मिला है। अमृतकाल में हमें अपने लक्ष्य निर्धारित करने होंगे प्रधानमंत्री के पंच प्रण अपने दिलों दिमाग में बैठाना होगा।
सामाजिक उद्यमी रोहित कश्यप ने अपने वक्तव्य में कहा की सही मायने में देश तभी विकसित होगा जब छोटा हो या बड़ा हो काम चाहे जैसा हो जब तक अपना काम खुद का काम करने से देश बदलेगा। उद्यमिता भारत के डीएनए में है । आजाद पांडेय ने कहा कि जैसे हमारे सिलेबस में छात्रों को गांधी नेहरू भगत सिंह की वीरता की गाथा उनके आंदोलन संघर्ष को पढ़ाया जाता है वैसे ही जरूरत है वर्तमान भारत के उद्यमिता के क्षेत्र के गांधी नेहरू भगत सिंह को पढ़ाया जाए ।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से युवाओं की दुनिया के अध्यक्ष अजीत कुशवाहा, सचिव प्रशांत मिश्रा, कोषाध्यक्ष आशुतोष त्रिपुरारी सिंह, परमजीत सिंह, अवधेश साहू,अंजलि ताज, अंशु बग्गा, युवा कवि सोमनाथ कश्यप, नवीन मिश्रा, उदय भानु सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में युवा व आईटीबीपी के जवान मौजूद रहे ।
कार्यक्रम के दौरान युवाओं को खेल सामग्री देकर सम्मानित किया गया। साथ ही मुख्य अतिथि द्वारा सभी प्रतिभागियों को पंच प्रण की शपथ दिलाई गई।