अशाेक यादव, लखनऊ। सीएम योगी ने बुधवार देर शाम पुलिस के सीनियर अधिकारियों के साथ अपनी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में इन्हीं दो बातों पर फोकस किया।
सीएम योगी ने लाउडस्पीकर विवाद को लेकर भी अधिकारियों को निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि आस्था का सम्मान है। इसमें सरकार का कोई हस्तक्षेप नहीं है। लेकिन इसका सार्वजनिक रूप से भौंडा प्रदर्शन करके दूसरों को परेशान किया जाए। ये स्वीकार नहीं है।
उन्होंने कहा कि अनावश्यक लगे लाउडस्पीकर को उतार दिया जाए। जो लाउडस्पीकर लगे हैं, उनकी आवाज परिसर से बाहर नहीं जानी चाहिए। दूसरे लोगों को असुविधा न हो। नए स्थलों पर लाउडस्पीकर लगाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए।
जनप्रतिनिधियों के सुझावों पर ध्यान दें
सीएम ने कहा कि जिलाधिकारी और पुलिस कप्तान जनप्रतिनिधियों से संपर्क बनाए रखें। उनके सुझावों पर ध्यान दें। उनके पत्रों का तुरंत निस्तारण किया जाए। फोन रिसीव न कर सकें तो कॉल बैक करें। हर शासकीय अधिकारी को इसका अनुपालन करना चाहिए।
थानाध्यक्ष कानून व्यवस्था की मजबूत रीढ़ है
मुख्यमंत्री ने कहा कि थानाध्यक्ष कानून व्यवस्था की मजबूत रीढ़ है। दागी व्यक्ति को थाने की जिम्मेदारी न दें। इसी प्रकार सर्किल में भी तेज-तर्रार अफसर ही तैनात किए जाएं। VDO और BDO से लेकर तहसीलदार, SDM सभी अपनी तैनाती के क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम करें। शासकीय आवास है, तो वहां रहें अथवा किराए का आवास लें। रात में अपने ही क्षेत्र में रहें। इस व्यवस्था का कड़ाई से पालन हो। इतना ही नहीं, फील्ड में तैनात अधिकारी, कर्मचारी समस्याओं के निस्तारण को प्राथमिकता दें।
मूवमेंट रजिस्टर अनिवार्य रूप से रखा जाए
सीएम योगी ने कहा कि शासकीय कार्य वही करेगा, जिसे आवंटित है। जिसकी जिम्मेदारी है। ऐसी सूचना है कि कुछ लोग बाहरी लोगों को अनाधिकृत अधिकार दे रहे हैं। ऐसी हर घटना संज्ञेय अपराध मानी जाएगी। दलालों को सरकारी कार्यालयों से दूर रखे। हर कार्यालय में मूवमेंट रजिस्टर अनिवार्य रूप से रखा जाए। जिसमें कार्यालय से बाहर जाने वाले अधिकारी/कर्मचारी का पूरी डिटेल रहे।
शांति और सौहार्द का माहौल नए उत्तर प्रदेश की पहचान बन रहा
उन्होंने कहा कि पहले यूपी में अराजकता थी। दंगे की संस्कृति थी। टीम यूपी ने लगातार प्रयास कर एक नई कार्य संस्कृति तैयार की है। साम्प्रदायिक सौहार्द का उदाहरण बन सकता है। राम नवमी के पर्व पर जिस प्रकार शांति और सौहार्द का माहौल रहा। वह नए उत्तर प्रदेश की पहचान बन रहा है। हालांकि, कुछ अराजक तत्वों और संगठनों ने हनुमत जयंती पर कुछ गड़बड़ी की कोशिश की थी। उन्हें करारा जवाब दे दिया गया है।