नई दिल्ली। जहां एक तरफ गर्मी का सितम बढ़ता जा रहा है तो वहीं दूसरी तरफ देश में बिजली का संकट गहराता जा रहा है। देश में बिजली की डिमांड रिकॉर्ड स्तर को पार कर गई है। आलम यह है कि 85 पावर प्लांट में कोयला खत्म होने वाला है। भीषण गर्मी के बीच देश में बिजली संकट अब डराने लगा है।
बता दें देश में बिजली की डिमांड इतनी बढ़ गई कि मंगलवार को बिजली की मांग का एक नया रिकॉर्ड ही बन गया। एक दिन में बिजली की सबसे ज्यादा मांग मंगलवार को 201.066 गीगावॉट दर्ज की गई है। बता दें पिछले साल 200.539 गीगीवॉट की मांग दर्ज की गई थी जबकि इस साल 201.066 गीगावॉट दर्ज हुई है। यह आलम तब है जब अभी अप्रैल का महीना खत्म भी नहीं हुआ है। मई और जून में यह मांग बढ़कर 215-220 गीगावॉट तक पहुंच सकती है।
वहीं देश भर के 85 पावर प्लांट में कोयले का संकट गहराने लगा है। इससे आने वाले समय में बिजली कटौती के रूप में देखने को मिल सकता है। पावर प्लांट की शिकायत है कि रेल रेक की कमी की वजह से कोयला मिलने में देरी हो रही है। इस मामले पर रेलवे प्रवक्ता गौरव बंसल का कहना है कि पहले 300 रेक दी जाती थी फिर कोयला मंत्रालय के कहने पर 405 रेक दी गई।
अब हम 415 रेक दे रहे हैं जिस पर कोल मंत्रालय राजी है। अगर कोल रेक पांच दिन तक डिटेन न हो कर तीन दिन तक ही रोकी जाएं तो हम रेक और बढ़ा सकते हैं। वहीं देश भर के थर्मल पावर प्लांट में कोयले का स्टॉक एक बार फिर से चर्चा में है। आरोप लग रहा है कि कोयले की पर्याप्त ढुलाई नहीं होने से ऐसा हुआ है।