अशाेक यादव, लखनऊ। कुछ दिनों पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मायावती को लेकर कहा था कि उन्होंने यूपी में विधानसभा चुनाव लड़ा ही नहीं। अब उन्होंने कहा कि वह अपने बिखरे घर को तो संभाल नहीं पा रहे। हम पर कटाक्ष कर रहे हैं।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा रविववार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कभी राजीव गांधी ने भी BSP को बदनाम और कमजोर करने के लिए कांशीराम को CIA का एजेंट बता दिया था। उन्हीं की राह पर चलकर उनका बेटा मायावती पर इस तरह के गलत आरोप लगा रहा है।
उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी शुरू से घिनौने हाथकंडे अपना रही है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का यह कहना कि मैंने जवाब नहीं दिया, यह बात गलत है, इसमें कोई सच्चाई नहीं है।
खिसियानी बिल्ली खंभा नोचे जैसा हो गया है
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को दूसरी पार्टियों की चिंता करने की बजाय अपनी चिंता करनी चाहिए। हमारी पार्टी का काम करने का तरीका अलग है। चुनाव के बाद हर विपक्षी पार्टी द्वारा नतीजे पर समीक्षा होनी चाहिए, लेकिन इस तरह की बातें नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का हाल अभी खिसियानी बिल्ली खंभा नौचे जैसा हो गया है।
मायावती ने कहा कि कांग्रेस के बीएसपी पर कुछ भी बोलने से पहले 100 बार सोचना और समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीजेपी से लोहा लेने के मामले में उसका खुद का क्या रिकॉर्ड रहा है, यह कांग्रेस को देख लेना चाहिए।
राहुल के बयान पर उन्होंने कहा कि राजीव गांधी ने भी बीएसपी को बदनाम और कमजोर करने के लिए कांशीराम को सीआईए का एजेंट बता दिया था। मायावती ने कहा कि अब उन्हीं की राह पर चलकर उनके बेटे भी इस तरह के आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस बीजेपी की सेंट्रल एजेंसी से डरती है। साथ ही कहा कि अंबेडकर ने पहले भी इनके खिलाफ आवाज उठाई थी।
मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने अपने लंबे शासनकाल में दलितों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार के लिए कोई भी ठोस कदम नहीं उठाया। साथ ही दलितों के मदों का सरकारी पैसा दूसरे मदों पर खर्च कर दिया गया है। साथ ही आरक्षण समेत दूसरी सुविधाओं का लाभ भी नहीं दिया गया।
बता दें कि राहुल गांधी ने 9 अप्रैल को एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि यूपी चुनाव से पहले कांग्रेस, बसपा संग गठबंधन करना चाहती थी। मायावती को सीएम पद का ऑफर भी दिया गया था, लेकिन उन्होंने जवाब तक नहीं दिया। राहुल गांधी ने कहा था कि मायावती ने इस बार चुनाव लड़ा ही नहीं है। हमारी तरफ से उन्हें गठबंधन का प्रस्ताव दिया गया था। हमने तो ये भी कहा था कि वे मुख्यमंत्री बन सकती हैं। लेकिन उन्होंने हमारे प्रस्ताव पर कोई जवाब नहीं दिया।