अशाेक यादव, लखनऊ। पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य राजीव शुक्ला ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि केंद्र सरकार चुनाव बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी की तैयारी कर रही है। वह गुरुवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सात मार्च को चुनाव खत्म हो रहे हैं, इसके बाद सरकार पेट्रोल व डीजल की कीमतों में भारी बढ़ोतरी करने जा रही है।
उन्होंने कहा कि पेट्रोल में 20 रुपये प्रति लीटर और डीजल में 15 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी करने पर विचार चल रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार तर्क देगी कि यूक्रेन में रूस के हमले की वजह से पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़े हैं, इसलिए हमें भारत में बढ़ाना पड़ रहा है।उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाना जनता के ऊपर एक बहुत बड़ी मार होगी। मोदी सरकार से अपील है कि चूंकि बेरोजगारी चरम पर है, ऐसे में जनता पर अतिरिक्त भार न डाला जाए।
उन्होंने कहा कि हम क्रूड ऑयल को अपना पैमाना मानते हैं, अभी वह 100 डॉलर प्रति बैरल के आस-पास है। कांग्रेस की सरकार थी, तब क्रूड ऑयल प्रति बैरल 120 डॉलर तक गया था, लेकिन कांग्रेस की सरकार ने उस समय भी 68 रुपये प्रति लीटर पेट्रोल और 58 रुपये प्रति लीटर डीजल जनता को दिया।
उन्होंने कहा कि जब क्रूड ऑयल की कीमतें बढ़ीं, तब सारा भार तत्कालीन कांग्रेस की यूपीए सरकार ने वहन किया था और सब्सिडी देकर लोगों को राहत दी थी। लेकिन इस यूक्रेन संकट के बहाने से भाजपा सरकार डीजल-पेट्रोल की दरों में भारी बढ़ोतरी करना चाहती है। हमारा सुझाव है कि वृद्धि बिल्कुल ना की जाय और उस भार को केंद्र सरकार खुद ही वहन करे।
उन्होंने कहा कि सरकार डीजल व पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी करेगी, तो महंगाई बहुत ज्यादा बढ़ जाएगी। उत्तर प्रदेश में भयानक बेरोजगारी व गरीबी है। प्रदेश के लोग परेशान हैं, त्रस्त हैं, इसलिए राज्य और केंद्र सरकार को इस तरफ ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार से कोई भी खुश नहीं है। उन्होंने कहा कि हम झूठे वादे नहीं करते हैं, हम जो कहते हैं उसे करने में विश्वास करते हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था, उसे सरकार बनते ही माफ किया। इसी तरह उत्तर प्रदेश में भी इसे लागू किया जाएगा।