राहुल यादव, लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी 75 जनपदों में 15 जून , 2020 तक टूनैट मशीनों को कार्यशील करने के निर्देश दिए हैं । उन्होंने कहा कि संक्रमण के सम्बन्ध में शीघ्रता से टेस्टिंग परिणाम प्राप्त करने के लिए प्रदेश सरकार ने प्राथमिकता पर टैनैट मशीनें उपलब्ध कराई हैं । उन्होंने टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि के लिए सतत् प्रयास किए जाने पर बल दिया । मुख्यमंत्री आज अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे । उन्होंने कोविड तथा नॉन कोविड अस्पतालों की व्यवस्था को चुस्त – दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश देते हुए कहा कि चिकित्सा शिक्षा मंत्री चिकित्सा संस्थानों तथा स्वास्थ्य मंत्री जिला चिकित्सालयों से नियमित संवाद रखते हुए कार्यों की जानकारी प्राप्त करें । उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोरोना से संक्रमित मरीजों के साथ ही , इमरजेंसी मरीजों को अस्पतालों की इमरजेंसी सेवाओं का पूरा लाभ मिले । मुख्यमंत्री ने कोविड -19 से होने वाली मृत्यु की दर को नियंत्रित किए जाने पर बल देते हुए कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों को तत्काल अस्पताल पहुंचाते हुए उनका समुचित उपचार किया जाए । उन्होंने निर्देश दिए कि अस्पतालों में अपनी शिफ्ट के दौरान डॉक्टर कम से कम दो बार राउण्ड लें । पैरामेडिकल स्टाफ निरन्तर मरीजों की मॉनिटरिंग करें । उन्होंने अस्पतालों की साफ – सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने , रोगियों को समय से दवा , शुद्ध एवं सुपाच्य भोजन तथा पीने के लिए गुनगुना पानी उपलबध कराने के निर्देश भी दिए । मुख्यमंत्री ने कहा कि कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में निरन्तर कार्यवाही की जाए । इनके लिए विभिन्न क्षेत्रों में रोजगार की सभी सम्भावनाओं को तलाशा जाए । बैठक में मुख्यमंत्री को यह अवगत कराया गया कि आगामी 06 माह की अवधि में 10 लाख नई नौकरी के अवसर उपलब्ध कराने की कार्ययोजना तैयार कर ली गई है । मुख्यमंत्री ने मण्डी को एक्सपोर्ट हब के तौर पर विकसित किए जाने के निर्देश भी दिए । मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस बल को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए सभी उपाय किए जाएं । पुलिस द्वारा नियमित पेट्रोलिंग पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि कोविड -19 के संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से जागरूक करने की व्यवस्था को जारी रखा जाए । सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए । यह सुनिश्चित किया जाए कि कन्टेनमेंट जोन में रहने वाले कर्मी कार्यस्थल पर न जाएं । इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना , स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह , मुख्य सचिव आर 0 के 0 तिवारी , अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन , अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह अवनीश कुमार अवस्थी , अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल , अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार , पुलिस महानिदेशक हितेश सी 0 अवस्थी , प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा रजनीश दुबे , प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद , प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस 0 पी 0 गोयल तथा संजय प्रसाद , प्रमुख सचिव एम 0 एस 0 एम 0 ई 0 नवनीत सहगल , प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज मनोज कुमार सिंह , प्रमुख सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी , सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार , सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे ।