अशाेक यादव, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर को मिला बड़ा झटका क्योंकि दल के उपाध्यक्ष ने उनका साथ छोड़ दिया है। बता दें पार्टी उपाध्यक्ष शशि प्रताप सिंह ने राजभर की पार्टी से गंभीर आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है।
आरोप लगाते हुए और पार्टी छोड़ते ही शशि प्रताप सिंह ने कहा, ‘ओमप्रकाश राजभर केवल अपने बेटे और पत्नी को आगे बढ़ाना चाहते हैं। वह देश के सबसे बड़े झूठे नेता हैं’ आज ओम प्रकाश राजभर राष्ट्रपति चुनाव को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले थे, मगर उपाध्यक्ष शशि प्रताप सिंह के पार्टी इस्तीफा देने के बाद यह प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दिया गई है।
बता दें कि 9 जुलाई को NDA की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू लखनऊ पहुंचीं थीं। इसमें सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर, शिवपाल यादव, राजा भैया और बसपा विधायक भी शामिल हुए थे। चारों नेताओं की उपस्थिति ने राजनीतिक समीकरण बदलने के संकेत दिए थे।
सपा ने बैठक में नहीं बुलाया: राजभर
सपा कार्यालय में राष्ट्रपति चुनाव की बैठक में ना बुलाए जाने पर सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा था कि मुझे ना फोन किया, ना बैठक में बुलाया। शिवपाल यादव को भी नहीं बुलाया गया। हम 6 लोग बैठकर इंतजार करते रहे। हम गठबंधन का धर्म निभाना चाहते हैं।
समाजवादी गठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ने वाले राजभर के NDA की बैठक में पहुंचने से सियासत गर्मा गई थी। अनुमान हैं कि राजभर के शामिल होने से सपा गठबंधन में दरार बढ़ना तय है। NDA की उम्मीदवार को जनसत्ता दल के दोनों विधायकों ने भी समर्थन देने की बात कही थी।
पार्टी प्रमुख रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया ने इसका ऐलान करते हुए कहा था कि NDA के उम्मीदवार का समर्थन देना वक्त के हिसाब से जरूरी है। रात्रिभोज में बसपा विधायक उमाशंकर भी शामिल हुए हैं। मीडिया से बातचीत में राजा भैया ने पुष्टि की थी।