हरियाणा में एक गैर सरकारी संस्था ने कुशल, अकुशल श्रमिकों के लिए एक मोबाइल ऐप्लीकेशन ‘काम आया’ लांच किया है।
गांव बीबीपुर के पूर्व सरपंच सुनिल जगलान, जो सोशल मीडिया में ‘सेल्फी विथ डॉटर’ अभियान के संयोजक हैं। उन्होंने यह ऐप लांच किया है।
इस एप में एनरोल करने के बाद अपना परिचय विवरण ऑडियो-वीडियो रिकॉर्ड कर नौकरी के लिए आवेदन किया जा सकता है। ऐप टीम के तकनीकी प्रमुख सिद्धार्थ भाटिया शुरुआत में हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में कार्य किया जाएगा।
भाटिया के अनुसार यह कर्मचारियों के लिए बहुत आसान है। उन्हें बस उस ऐप पर खुद को एनरोल करना होगा जो नि:शुल्क है और फिर उन्हें अपनी जरूरत के अनुसार (हिंदी और इंग्लिश) में ओपनिंग सर्च करनी है। एक बार नामांकित होने के बाद नौकरी खोजनी और अपने किए कार्यों का वीडियो, ऑडियो डाल देना है।
भाटिया ने स्पष्ट किया कि नौकरी पर रखे जाने पर श्रमिक को कुछ भी भुगतान नहीं करना है और श्रमिकों के लिए शुरू से अंत तक यह पूरी तरह से नि:शुल्क है।
जागलान ने कहा कि एप अपनी तरह का अनूठा ब्लू कॉलर जॉब ओरिएंटेड यूजर फ्रेंडली ऐप है, जो देश के असली आर्किटेक्ट्स के सामने आने वाली कठिनाइयों को समझता है।